साहिबगंज: राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट प्रखंड के कुसमा संताली पंचायत के केतके टोला में डायरिया फैलने से तीन लोगों की मौत हो गयी. 24 घंटे के अंदर तीनों की मौत हुई है. मृतकों में दो सगे भाई-बहन हैं. जिनकी मौत शुक्रवार को हुई. वहीं तीसरे शख्स की मौत गुरुवार को ही हुई थी. जानकारी के मुताबिक, इलाके में अभी भी 10 ग्रामीण डायरिया से पीड़ित हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
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डॉक्टर के मुताबिक तीनों लोगों ने इसे झाड़-फूंक और भूत-प्रेत का साया समझ कर इलाज नहीं कराया और न ही किसी को इसकी जानकारी दी. जिसके कारण यह घटना हुई है. मृतकों में 50 वर्षीय बाबी मैसा पहाड़िया, उनकी बहन 65 वर्षीय सोनी पहाड़िन और 20 वर्षीय सुरजी पहाड़िन शामिल है.
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएस अरविंद कुमार ने तुरंत अपनी टीम को गांव भेजा, जहां शाम तक लोगों को इलाज के साथ-साथ पानी चढ़ाने का काम किया जा रहा था. इधर, उपायुक्त राम निवास यादव ने भी बरहेट बीडीओ सोमनाथ बनर्जी और डॉ. हेमंत मुर्मू को गांव भेजकर स्थिति का जायजा लेने का आदेश दिया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पाया है कि ये तीनों लोग डायरिया से पीड़ित थे. तीनों की मौत डायरिया से ही हुई है.
उल्टी-दस्त के बाद हुई तीनों ग्रामीणों की मौत: मौके पर पहुंचे डॉक्टर हेमंत मुर्मू ने बताया कि गांव में सहिया, एएनएम मौजूद हैं. लेकिन फिर भी किसी ने डायरिया की सूचना नहीं दी है, इस पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं गांव के करीब एक दर्जन अन्य लोग भी डायरिया से पीड़ित हैं. जिनका इलाज चल रहा है. स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि सोनी पहाड़िन को करीब पांच दिन पहले उल्टी-दस्त शुरू हुई थी. इसी के चलते गुरुवार को उनकी मौत हो गई. उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल ही रही थी कि शुक्रवार को बाबी मैसा पहाड़िया और सुरजी पहाड़िन की भी मौत हो गयी. तीन लोगों की मौत की खबर से प्रशासनिक महकमा में हड़कंप मच गया है.