साहिबगंज: जिले में बाढ़ से आम लोगों के साथ सरकारी महकमा भी परेशान है. बाढ़ से आम लोग जहां त्रस्त हैं, वहीं बिजली वितरण निगम को भी इससे भारी नुकसान हुआ है. कई गांवों में बाढ़ का पानी जमा होने और व्यावसायिक क्षेत्र के ठप होने का असर विद्युत विभाग के राजस्व पर पड़ा है.
ये भी पढ़ें- साहिबगंज में बाढ़ का पानी घटने के साथ वायरल बीमारियों ने दी दस्तक, जिला प्रशासन अलर्ट
एक महीने में तीन करोड़ का नुकसान
साहिबगंज सदर प्रखंड, राजमहल, उधवा और तालझारी प्रखंड के कई गांव बाढ़ की चपेट में है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से इन गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप है. शहर का व्यवसायी वर्ग भी बिजली नहीं मिलने से अपने काम काज को बंद कर चुके हैं. ऐसे में बिजली विभाग को जहां पहले 8 करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति होती थी, वहीं इस महीने 5 करोड़ के आसपास ही राजस्व प्राप्त हुआ है.
राजस्व की भरपाई के लिए बैठक
राजस्व में हो रहे नुकसान को लेकर जिला बिजली विभाग गंभीर है. इसी को लेकर गुरुवार (9 सितंबर) को कार्यपालक अभियंता की अध्यक्षता में जिले के जेई और तमाम एसडीओ के साथ एक समीक्षा बैठक की गई. जिसमें नुकसान की भरपाई को लेकर गहन मंथन किया गया. इस दौरान उन गांवों में बिजली बहाल करने के उपायों पर चर्चा की गई, जहां से बाढ़ का पानी निकल चुका है. इसके अलावे और भी कई उपायों पर चर्चा की गई. जिससे इस महीने अधिक राजस्व की उगाही की जा सके.
बीमारियों को लेकर प्रशासन अलर्ट
पानी घटने के बाद बिजली विभाग जहां राजस्व उगाही में लगा हुआ है, वहीं आमलोग बीमारियों की आशंका से डरे हुए हैं. प्रशासन भी बाढ़ के बाद होने वाली बीमारी को लेकर अलर्ट है. शहर में कई जगहों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है.