साहिबगंजः जिला में मुफस्सिल थाना अंतर्गत महादेवगंज का रहने वाले बुजुर्ग ब्रह्मदेव यादव अपने बेटे से न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं, वो अपना जिंदा होने का प्रमाणित सबूत भी दे रहे हैं लेकिन अभी तक इस बुजुर्ग को न्याय नहीं मिला.
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ब्रह्मदेव यादव बहुत दिनों तक बेंगलुरु में सिक्योरिटी गार्ड में काम कर अपना परिवार चलाता था. साहिबगंज हमेशा आना-जाना भी करता था. इस बीच ब्रह्मदेव का बड़ा बेटा शिवजी यादव ने पिता को मृत घोषित कर रजिस्ट्री जमीन लाखों रुपया में अपने परिजन के बीच बेच दिया. आज स्थिति यह हो गई कि इस बुजुर्ग के पास रहने के लिए घर नहीं है. वो न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
बुजुर्ग ब्रह्मदेव यादव ने ईटीवी भारत को बताया कि 3 साल से न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहा हूं, अनुमंडल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, तारीख मिल रही है लेकिन अभी तक ना तो सुनवाई हुई और ना ही फैसला आया है. इन 20 महीने में दफ्तर के कर्मचारियों ने डेढ़ लाख रुपया भी ले लिया.
सोमवार को अनुमंडल कार्यालय में आए ब्रह्मदेव यादव ने बताया कि कोर्ट में तारीख था लेकिन आज भी साहब निकल गए और काम नहीं हुआ. इस महीने की 15 तारीख को न्यायालय में तारीख पड़ी है, देखते हैं वहां क्या होता है. ब्रह्मदेव ने कहा कि मेरे बेटे ने जमीन की खरीद-बिक्री के लिए अपने पिता को ही मृत घोषित कर दिया और अपनों ने ही मेरे विश्वास के साथ धोखा किया है. जमीन बिक्री हो गया कोई बात नहीं लेकिन मेरे जिंदा रहते हुए मेरा बेटा शिवजी यादव मुझे मृत घोषित कर दिया यह सबसे ज्यादा दुखद है.