साहिबगंज: मुफस्सिल थाना अंतर्गत महादेवगंज के रहने वाले 75 वर्षीय एक बुजुर्ग को जिंदा होने का प्रमाण देना पड़ रहा है. बुजुर्ग ब्रह्मदेव यादव दस्तावेज लेकर दर-दर भटक रहे हैं. जिंदा बाप को कागजों पर मारने का यह कारनाम बेटे ने ही की है. जिसके पीछे मकसद जमीन हड़पना था.
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दरअसल मुफस्सिल थाना क्षेत्र के निवासी ब्रह्मदेव यादव, 2019 से अपनी जमीन का सबूत और कब्जा कर लिए लोगों का दस्तावेज लेकर इधर उधर भटक रहे हैं. बुजुर्ग ब्रह्मदेव यादव के बड़े बेटे शिवजी यादव ने अपने पिता को दस्तावेज में मृत घोषित कर जमीन की रजिस्ट्री करा ली और फिर उसे बेच दी. बेटे शिवजी यादव ने एक बीघा और एक कट्ठा जमीन जमीन को बेच दिया है. खरीदने वाले अपने रिश्तेदार ही हैं.
बुजुर्ग ब्रह्मदेव यादव ने बताया कि वो बेंगलुरु में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था. 12 साल तक बेंगलुरु में ही रहा. जब वापस घर लौटा तो देखा कि जमीन बिक गयी है. जमीन पर दूसरे का कब्जा हो चुका है. उनके बेटे ने सरकारी दस्तावेज पर उसे मृत घोषित कर जमीन की खरीद बिक्री कर ली है.
बुजुर्ग ने बताया कि उसके पास रहने के लिए भी घर नहीं है. न्यायालय में 2019 में केस फाइल किया है. एसपी से मुलाकात की है. एसपी ने आश्वासन दिया है कि ऑन द स्पॉट निरीक्षण करते हैं. बुजुर्ग अपने साथ रजिस्ट्री ऑफिस के पेपर, जिसमें मृत घोषित कर जमीन को बेटे शिवजी यादव ने अपने सगे संबंधी को बेचा है, उसे रखे हुए हैं. वे अपने पुत्र को कोस रहे हैं कि कैसे मुझे मृत घोषित दस्तावेज में अपने नाम करा लिया है. जबकि वह जिंदा है.