साहिबगंजः जिला के पहाड़ी क्षेत्रों में वैसे तो पेयजल की समस्या हमेशा बनी रहती है. लेकिन ठंड के दिनों में खासकर घने कोहरे के बीच धूप का नहीं निकलना पेयजल की समस्या बन जाए तो सुनने में कुछ विचित्र सा लगता है. लेकिन ये बात बिल्कुल सच है, सूरज की रोशनी ही गांव में जलापूर्ति का उपाय भी है और समस्या भी है.
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साहिबगंज में सौर ऊर्जा से संचालित पेयजल आपूर्ति योजना बहाल है फिर भी पेयजल के लिए पहाड़िया समाज झरना पर निर्भर हैं. क्योंकि तेज धूप के ना निकलने की वजह से सौर ऊर्जा से चलने वाली पेयजल आपूर्ति योजना ठप पड़ी हुई है. जिससे इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. पहाड़िया क्षेत्रों में लगे सोलर प्लेट से संचालित पानी टंकी धूप निकलने के बाद चार्ज होता है और इसमें पानी स्टोर किया जाता है. जिससे आदिवासी समाज के लोग पीने के लिए उपयोग में लाते हैं. लेकिन सर्दी के दिनों जिस तरह घने कोहरे की वजह से धूप नहीं निकल रहा है. वैसी स्थिति में सोलर प्लेट चार्ज नहीं हो रहा है, जिससे टंकी में पानी स्टोर नहीं हो पा रहा है. फिलहाल स्थिति यह हो गयी है कि ग्रामीणों को झरना पर निर्भर रहना पड़ रहा है.
जिला मुख्यालय से लगभग पांच किमी की दूरी पर बोरियो प्रखंड के दुर्गा टोला गांव में लगभग चार हजार आबादी के सामने धूप नहीं निकलने से पेयजल की समस्या उत्पन्न हो चुकी है. इस गांव में सोलर पावर से संचालित दो पानी टंकी लगाई गयी है, जिससे लोगों के लिए पेयजल की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा तीन बोरिंग किया हुआ चापाकल है लेकिन इसमें दो खराब हो चुका है. दुर्गा टोला गांव में सड़क किनारे सौर ऊर्जा युक्त पानी टंकी मुखिया फंड से बनवाया गया है जबकि नवगाछी गांव में पीएचडी विभाग की ओर से एक पानी टंकी लगवाया गया है. लेकिन धूप नहीं निकलने से दोनों सोलर संचालित पेयजल आपूर्ति योजना लोगों के किसी काम नहीं आ रहा है.
नवगाछी गांव की महिला मंगल पहाड़िन और गुहिया पहाड़िन ने बताया कि बुढापा में शरीर साथ नहीं दे रहा है. दूसरी तरफ झरना का पानी लाने के लिए एक घंटा का सफर का तय करना पड़ता है. पानी का बर्तन ढोने में मुश्किल हो रही है. गांव में एक चापाकल है वो भी खराब है, दूसरी व्यवस्था ठंड के दिनों में धूप नहीं निकलने से सोलर प्लेट चार्ज नहीं हो रहा है. जिससे चापाकल में लगा मोटर नहीं चल रहा है. इस वजह से उन्हें पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. दुर्गा टोली निवासी मरांगमय सोरेन और ताला बाबू मरांडी ने बताया कि गर्मी के दिनों में जितनी परेशानी होती थी उससे अधिक ठंड के दिनों में पेयजल की समस्या हो रही है. ठंड के दिनों में कुहासा होने से धूप ठीक से नहीं निकलता, जिससे ना तो सोलर प्लेट चार्ज होता है और ना ही मोटर चल पाता है. उन्होंने बताया कि किसी तरह पानी स्टोर हो भी जाता है तो जगह जगह टूटे पाइप से धीरे धीरे पानी रिसता हुआ निकल जाता है.
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इस मामले को लेकर पेयजल आपूर्ति एवं कार्यपालक अभियंता गोविंद कच्छप ने बताया कि जो भी चापाकल खराब है उसको जल्द ठीक करा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जेई को वहां भेजकर एक बार निरीक्षण होने के बाद जिस सामान की जरुरत होगी उसे देखते हुए ठीक करा दिया जाएगा. दूसरी बात विभाग के द्वारा दुर्गा टोली पंचायत के नवगाछी में सोलर संचालित ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पेयजल की व्यवस्था की गयी है. धूप की समस्या से जलापूर्ति प्रभावित होती है यह बात सही है कि धूप नहीं निकलने से सोलर प्लेट चार्ज नहीं होता होगा. लेकिन तकनीकी रुप से जो भी खराबी होती है उसे समय समय पर ठीक करा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि दुर्गा टोला मुख्य सड़क के किनारे लगे सोलर संचालित पेयजल मुखिया फंड से लगाया गया है फिर भी पाइप टूटने का शिकायत है तो इसे भी ठीक करा दिया जाएगा.