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लॉकडाउन के कारण सिद्धू कान्हू की जयंती हुई फीकी, जिला प्रशासन ने माल्यार्पण कर शहादत को किया नमन - District administration remembers martyrdom by garlanding

कोरोना लॉकडाउन के कारण हुल क्रांति का महानायक सिद्धू कान्हू का जयंती नहीं मनाई गई. सिद्धू कान्हू के जयंती पर कई सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसे सोशल डिस्टेंसिंग के कारण रद्द कर दिया गया. वहीं, जिला प्रशासन ने क्रांति स्थल पर माल्यापर्ण कर और वंशजो को शॉल देकर शहादत को याद किया.

Sidhu Kanhu's birth anniversary faded due to lockdown in sahibganj
सिद्धू कान्हू की प्रतिमा
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Published : Apr 11, 2020, 4:04 PM IST

Updated : Apr 12, 2020, 12:54 PM IST

साहिबगंज: लॉकडाउन का असर शाहिद सिद्धू कान्हू के जयंती पर भी देखने को मिला. उपायुक्त और पुलिस कप्तान ने बरहेट प्रखंड के क्रांति स्थल पर पुष्प अर्पित किया. इसके साथ ही भोगनाडीह में शहीद के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर इनकी शहादत को याद किया. वहीं, उपायुक्त ने शहिद के वंसज को शॉल भेंटकर सम्मानित किया.

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बता दें कि जिला का बरहेट प्रखंड का भोगनाडीह में जन्मे हुल क्रांति का महानायक चार भाई सिद्धू, कान्हू, चांद, भैरव ने आदिवासी और गैर आदिवासियों को अंग्रेजी महाजनों के अत्याचार से आजाद कराने में अहम भूमिका निभाए थे.

ब्रिटिश हुकूमत की जंजीरों को तार-तार करने वाले इन वीर सपूतों के याद में आज के दिन यानी 11 अप्रैल को जयंती मनाया जाता है. झारखंड सहित कई राज्यों के आदिवासी यहां पहुंचते है और पूजा पाठ कर अपने पूर्वजों को याद करते है.

साहिबगंज: लॉकडाउन का असर शाहिद सिद्धू कान्हू के जयंती पर भी देखने को मिला. उपायुक्त और पुलिस कप्तान ने बरहेट प्रखंड के क्रांति स्थल पर पुष्प अर्पित किया. इसके साथ ही भोगनाडीह में शहीद के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर इनकी शहादत को याद किया. वहीं, उपायुक्त ने शहिद के वंसज को शॉल भेंटकर सम्मानित किया.

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Last Updated : Apr 12, 2020, 12:54 PM IST
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