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नर्स और कंपाउंडर के भरोसे चल रहा साहिबगंज सदर अस्पताल, मरीजों में हाहाकार

साहिबगंज सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी हो गई है. जिस कारण मरीजों के बीच हाहाकार मचा है. ऐसे में सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज नर्स और कंपाउंडर के भरोसे चल रहा है. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद सिविल सर्जन ने आश्वासन दिया और कहा कि जल्द ही इस कमी को दूर कर लिया जाएगा.

सदर अस्पताल, साहिबगंज
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Published : Aug 21, 2019, 2:03 PM IST

साहिबगंज: जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से मरीजों के बीच हाहाकार मच गया. डॉक्टरों के न रहने पर अस्पताल में मौजूद नर्स और कंपाउंडर द्वारा ही मरीजों को दवाईयां दी जा रही हैं. इससे मरीजों का धैर्य टूटने लगा है. उनका कहना है कि ऐसे हालात में मरीजों का स्वस्थ हो पाना काफी मुश्किल है.

देखें पूरी खबर

मरीजों का कहना है कि डॉक्टर किस कारण से मरीजों को देखने नहीं आ रहे हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. नर्स और कंपाउंडर के भरोसे साहिबगंज सदर अस्पताल चल रहा है. जितना बन पाता है नर्स अपने स्तर से कर रही हैं. मरीज को एक बार डॉक्टर देख लेते तो शायद मरीज की परेशानी कम हो जाती है. ऐसा नहीं होने के कारण मरीजों के बीच हाहाकार मचा हुआ है.

ये भी पढ़ें- ETV BHARAT IMPACT: पारा शिक्षक रामेश्वर यादव हुआ बर्खास्त, रसोईया के साथ हुई थी मारपीट

इस मामले पर सिविल सर्जन का कहना है कि जिले में डॉक्टरों की घोर कमी है, जिस अनुपात में डॉक्टरों का स्थानांतरण हुआ है या वे रिटायर हो रहे हैं, उस अनुपात में डॉक्टर नहीं आ रहे हैं. जिससे यहां की जनता और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सिविल सर्जन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है.

साहिबगंज: जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से मरीजों के बीच हाहाकार मच गया. डॉक्टरों के न रहने पर अस्पताल में मौजूद नर्स और कंपाउंडर द्वारा ही मरीजों को दवाईयां दी जा रही हैं. इससे मरीजों का धैर्य टूटने लगा है. उनका कहना है कि ऐसे हालात में मरीजों का स्वस्थ हो पाना काफी मुश्किल है.

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मरीजों का कहना है कि डॉक्टर किस कारण से मरीजों को देखने नहीं आ रहे हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. नर्स और कंपाउंडर के भरोसे साहिबगंज सदर अस्पताल चल रहा है. जितना बन पाता है नर्स अपने स्तर से कर रही हैं. मरीज को एक बार डॉक्टर देख लेते तो शायद मरीज की परेशानी कम हो जाती है. ऐसा नहीं होने के कारण मरीजों के बीच हाहाकार मचा हुआ है.

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इस मामले पर सिविल सर्जन का कहना है कि जिले में डॉक्टरों की घोर कमी है, जिस अनुपात में डॉक्टरों का स्थानांतरण हुआ है या वे रिटायर हो रहे हैं, उस अनुपात में डॉक्टर नहीं आ रहे हैं. जिससे यहां की जनता और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सिविल सर्जन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है.

Intro:
जिला अस्पताल में डॉक्टर की अनुपस्थिति से मरीजो के बीच मचा हाहाकार। नर्स और कंपाउंडर के भरोसे अस्पताल। सीएस डॉक्टर की कमी का रोना रो रहे है। नर्स और कंपाउंडर ने जिला अस्पताल को संभाला, शाम के 2 बजे तक डॉक्टर की थी अनुपस्थिति। रोगी दर्द से कराह रहा था लेकिन डॉक्टर अपना निजी क्लीनिक चलाने में व्यस्त।



Body:जिला अस्पताल में डॉक्टर की अनुपस्थिति से मरीजो के बीच मचा हाहाकार। नर्स और कंपाउंडर के भरोसे अस्पताल। सीएस डॉक्टर की कमी का रोना रो रहे है।
स्टोरी-साहिबगंज-- जिला सदर अस्पताल डॉक्टर की अनुपस्थिति से मरीजों के बीच हाहाकार मच गया ।सुबह से शाम के दो बजे तक किसी भी डॉक्टर द्वारा किसी भी वार्ड में मरीज को नहीं देखा गया जिससे मरीज की परेशानी और भी बढ़ गई। अस्पताल में नर्स और कंपाउंडर द्वारा जो उचित दवा सलाइन समझा गया वह सुविधा पेशेंट को मुहैया कराई गई ।लेकिन सारी दवाई और सलाइन बेकार पड़ गया क्योंकि पेशेंट को बेहतर दवा की जरूरत डॉक्टर द्वारा देखने के बाद ही दिया जा सकता था या बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किया जा सकता था लेकिन शाम तक किसी भी डॉक्टर का नहीं आने से मरीज के परिजनों के बीच गुस्सा का धैर्य टूट पड़ा।
मरीज के परिजन का कहना है कि बीती रात से अब तक एक भी डॉक्टर मरीज को देखने नहीं आया। वजह क्या है मालूम नही है लेकिन हमारा रोगी दर्द से झटपटा रहा है। यदि डॉक्टर देखकर दवा लिखते तो दवा रोगी का चलता लेकिन नर्स और कंपाउंडर के भरोसे अस्पताल चल रहा है। जितना बन पाता है नर्स अपने स्तर से कर रही हैं लेकिन सभी मरीज को एक राउंड डॉक्टर देख लिया जाता तो शायद मरीज की परेशानी कम हो जाती लेकिन सुबह से शाम तक अभी तक डॉक्टर एक बार भी देखने मरीज को नहीं आए जिसे रोगी को परेशानी हो रहा है।
बाइट- मरीज का परिजन,1,2,3
सिविल सर्जन का कहना है कि जिले में डॉक्टर की घोर कमी है जिस अनुपात में डॉक्टर का स्थानांतरण या रिटायर हो रहे हैं उस अनुपात में डॉक्टर नही आ रहे है जिससे यहां की जनता और रोगी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन मामला संज्ञान में आया है एक डॉक्टर ओपीडी में है और डॉक्टर अभी तक क्यो नही आये।मालूम कर लेता हूं और जल्द सेवा बहाल करवाता हु।
बाइट- दिनेश मुर्मू,सीएस,साहिबगंज



Conclusion:निश्चित रूप से जिला अस्पताल में डॉक्टर का ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित पाना एक सवाल ये निशान खड़ा होता है इस बीच मरीज की जान भी जा सकती थी लेकिन डॉक्टर अपना कर्तव्य का पालन नहीं किया शाम के 2:00 बजे तक किसी डॉक्टर द्वारा किसी भी वार्ड में मरीज का नाम देखना या मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं जो अपने निजी क्लिनिक को पहला प्राथमिकता देते हैं और बाद में सरकारी ड्यूटी को अपना फर्ज समझते हैं बिल्कुल यह जांच का विषय है दोषी डॉक्टर पर करवाई होनी चाहिए।
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