साहिबगंज: हिन्दू धर्म में मनाए जाने वाला पितृ पक्ष शुक्रवार (29 सितंबर) से शुरू हो गया है, जो 14 अक्टूबर तक चलेगा. इसक अवसर पर शहर के मुक्तेश्वर गंगा घाट पर सुबह से लोगों की भीड़ उमड़ती हुई नजर आई. पुरोहित की देखरेख में लोगों ने पूर्वज को जल अर्पण कर नमन किया. पितृ पक्ष के पहले दिन पूर्णिमा होने से ये दिन और भी खास हो गया है.
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बेटी भी कर सकती तर्पण: शनिवार (30 सितंबर) से लोगों की और भीड़ जुटने की उम्मीद है. शहर के शकुंतला सहाय घाट, चानन घाट, जनता घाट सहित अन्य घाटों पर लोग अपने पूर्वजों को जल देने पहुंचे थे. ऐसी मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन से पूर्वजों की मृत आत्मा धरती पर उतरकर विचरण करती है. उक्त तिथि के दौरान कुल का कोई भी व्यक्ति चाहे पुरुष या महिला के गंगा जल से तर्पण करने से उनकी आत्मा तृप्त होती है. बताया जाता है कि सीधे तौर पर बेटा या बेटी तर्पण करते हैं तो उनकी आत्मा को और भी ज्यादा खुशी मिलती है. बेटा नहीं होने पर बेटी भी तर्पण कर सकती है.
उत्तरवाहिनी गंगा में किया स्नान: शुक्रवार को भादो माह की पूर्णिमा तिथि है. इस अवसर पर मुक्तेश्वर गंगा घाट और राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के सूर्य देव गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान करने को उमड़ी हुई है. राजमहल में रात से ही सफाहोड़ आदिवासी के लोग पूजा पाठ करते हुए नजर आए. सुबह से लोगों ने दीपक जलाकर पूजा पाठ कर उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान किया. मां गंगा में दूध, जल चढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त किया.
पुरोहित कार्यानंद ने क्या कहा: पुरोहित कार्यानंद पांडे कहते हैं कि भादो माह की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है. बताया कि लोग गंगा में स्नान कर पुण्य का भागी बन रहे हैं. वहीं पितृपक्ष भी शुरू हो चुका है, जो 14 अक्टूबर तक चलेगा. लोग अपने-अपने पूर्वजों को याद कर तर्पण कर पितृदोष से मुक्त हो रहे है.