साहिबगंजः गहना घर गोलीकांड का विरोध साहिबगंज में भी देखने को मिला. इस सिलसिले में साहिबगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के व्यवसाय संघ ने धरना दिया. राज्य भर में एफजेसीसीआई के बंद आह्वान पर संघ ने काला बिल्ला लगाकर झारखंड सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया.
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बता दें कि बीते दिनों रांची के लालपुर में दो व्यवसायी की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं, दोनों के व्यवसायिक प्रतिष्ठान को भी लूट लिया. लेकिन अभी तक फरार अपराधी कानून के गिरफ्त से बाहर हैं. इसे लेकर झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स का व्यवसाय संघ इसका विरोध कर रहा है.
झारखंड में कानून नाम की चीज नहीं- व्यवसायी वर्ग
साहिबगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव ने कहा कि 3 दिन तक सभी व्यवसायी वर्ग के लोगों ने काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध प्रकट किया. इस अवधि में व्यवसायी वर्ग ने प्रतिष्ठानों को खुला रखा लेकिन उसके बाद भी अपराधी कानून की गिरफ्त से बाहर है. उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि झारखंड में कानून नाम की चीज नहीं है और न ही अपराधियों में भय है. उन्होंने झारखंड सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की मिलीभगत से अपराधियों को उत्साह मिल रहा है.
उग्र हो सकता है व्यवसायी वर्ग
महासचिव ने कहा कि इस धारणा के माध्यम से सुबे के मुख्यमंत्री को बता देना चाहते हैं व्यवसायी वर्ग जितना शांत स्वभाव का है उतना उग्र भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि झारखंड में व्यापारिक वर्ग सुरक्षित नहीं है. ऐसे में झारखंड सरकार पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा होता है कि अपराधी दिनदहाड़े लोगों को गोली मारकर और व्यवसायिक प्रतिष्ठान को लूट कर चले जाते हैं और कानून हाथ पर हाथ रखकर तमाशा देखती रहती है.
निश्चित रूप से साहिबगंज के व्यवसायिक वर्ग की सुरक्षा को लेकर धरना देना झारखंड सरकार पर सवाल करता है. रांची हो या अन्य जगह व्यवसायिक वर्ग के लोगों के साथ अपराधी खूनी खेल खेल रहे हैं और झारखंड सरकार चुप्पी साधी हुई है.