साहिबगंज: झारखंड में माघ पूर्णिमा को लेकर सनातन धर्मावलंबियों में खासा उत्साह है. साहिबगंज के साथ साथ झारखंड के विभिन्न नदियों में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने को लेकर जुटे हैं. श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के बाद दान-पुण्य करते दिखे. साहिबगंज के राजमहल घाट पर धूमधाम से राजकीय माघी मेला का आयोजन किया गया, जहां साहिबगंज के साथ साथ विभिन्न जिलों से श्रद्धालु पहुंचे और उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान किया. इसके साथ ही भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी साहिबगंज पहुंचकर गंगा में डुबकी लगाई.
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माघी पूर्णिमा पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने राजमहल स्थित गंगा घाट में डुबकी लगाई. पुरोहित भोलानाथ पांडे कहते हैं कि मंगलवार को सुबह 9: 40 से पूर्णिमा शुरू हुआ और बुधवार रात 8:00 बजे तक संयोग है. इससे श्रद्धालु मंगलवार से ही गंगा में स्नान करने को लेकर जुट रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान का सनातन संस्कृति में बहुत महत्व है. हालांकि, कोरोना संक्रमण के कारण मेले की अनुमति नहीं है. मेला नहीं लगने से झूले और अन्य दुकान नहीं लगे हैं. इससे मेला जैसा माहौल नहीं है. लेकिन मिट्टी के बर्तन और बांस की कलाकृतियों की दुकानें सजी है.
नदी में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को देखकर आदिवासी महाकुंभ जैसा नजारा दिखा. सफाहोड़ और विदिन समाज के श्रद्धालु राजमहल के सूर्यदेव घाट, बालू प्लाट, अनुमंडल कार्यालय परिसर, स्टेशन परिसर, रेलवे मैदान में अपने अपने गुरु के संरक्षण में अखाड़ा की घेराबंदी किया गया है. इसके साथ ही मांझी थान और जाहेर थान में अस्थाई पूजन स्थल बनाया गया है. साहिबगंज के मुक्तेश्वर नाथ मंदिर में बसंत पंचमी से माघी पूर्णिमा तक हवन किया जा रहा है. मंदिर में सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक हवन होगा और बिहार और साहिबगंज के पंडित इस अनुष्ठान को करा रहे हैं. हवन अनुष्ठान को भागलपुर के शंभूशरण झा, मुकेश माल, विवेका झा और साहिबंगज के भोलानाथ पांडे, संजय पांडे करा रहे हैं.