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जमीन खोदकर पुलिस ने निकाला नाबालिग का शव, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के लखीमपुर गांव में एक आदिवासी नाबालिग की मौत पर राजनीति शुरू हो गई है. इस मामले को पहले को दबाने की कोशिश की गई और जब मामले ने तूल पकड़ा तो पोस्टमॉर्टम के लिए शव को जमीन खोदकर निकाला गया. फिलहाल दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है लेकिन सच क्या है ये पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा.

साहिबगंज में दुष्कर्म के बाद हत्या
साहिबगंज में दुष्कर्म के बाद हत्या
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Published : Oct 13, 2020, 8:20 PM IST

साहिबगंज: जिले के रांगा थाना क्षेत्र के लखीमपुर गांव में पुलिस ने एक नाबालिग लड़की का शव दफनाए जाने के बाद जमीन खोदकर निकाली है. इस आदिवासी नाबालिग लड़की का शव घर के पास ही संदिग्ध हालत में मिला था, जिसके बाद परिजनों ने उसे पास के खेत में दफना दिया. शुरुआत में पुलिस ने इस मामले को दबाने की भरपूर कोशिश की लेकिन किसी तरह मीडिया को इसकी भनक लग गई, जिसके बाद पुलिस को जांच के लिए दफन कर दिए गए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए निकालना पड़ा. इस मामले में दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है.

लाश बताएगी आपबीती!

पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने ईटीवी भारत को बताया कि बुधवार को दो नाबालिग लड़कियां अपने दोस्त से मिलने गई थीं और दो दिन अपने घर से बाहर रहीं. शुक्रवार को घर वापस घर लौटने के दौरान रास्ते में पांच लड़कों ने दोनों को घेर लिया. इसी बीच एक लड़की वहां से भागने में कामयाब हो गई. शनिवार शाम को दूसरी नाबालिग लड़की का शव घर के पास मिला. परिजनों ने शव को पास के खेत में दफना दिया. अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि ये सारी जानकारी मृतका की सहेली ने बताई है. इसके आधार पर लड़कियों के दोनों दोस्त और दो संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि जैसे ही मामला संज्ञान में आया तो पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की गुत्थी सुलझेगी.

दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

इस घटना को लेकर गांव में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. शव मिलने के बाद परिजनों ने थाने में शिकायत क्यों नहीं की, क्या वे किसी दबाव में थे? पंचायत और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. बहरहाल, मीडिया में मामला सामने आने के बाद पुलिस अब इसकी जांच में जुट गई है. पुलिस इसे प्रेम प्रसंग, दुष्कर्म और हत्या जैसे हर एंगल से जोड़ कर जांच कर रही है.

ये भी पढ़ें-खूंटी: एक ही परिवार के 3 लोग लापता, डायन-बिसाही और जमीन विवाद का मामला

विपक्ष ने पूछा सवाल

लखीमपुर गांव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में आता है लिहाजा इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट किया है कि सीएम हेमंत सोरेन के विधानसभा में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने राहुल गांधी को भी ट्वीट कर पूछा कि इन लड़कियों का हालचाल लेने वे कब आएंगे? झारखंड में दुमका और बेरमो दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे हैं लिहाजा विपक्ष महिलाओं के सुरक्षा के मुद्दे को भुनाना चाह रही है.

सालदुष्कर्म के मामले
2014 1122
20151198
20161146
20171357
20181090
20191416
2020 1033 (31 जुलाई तक)

झारखंड में महफूज नहीं आबरू

एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार दुष्कर्म के मामले में झारखंड देश में आठवें स्थान पर है. झारखंड में साल दर साल दुष्कर्म के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साल 2014 में राज्य में दुष्कर्म के कुल 1122 केस दर्ज हुए. साल 2015 में 1198, 2016 में 1146 और 2017 में रेप के 1357 मामले दर्ज किए गए. साल 2018 में ऐसी घटनाएं थोड़ी कम हुई और आंकड़ा 1090 तक पहुंचा. बीते साल 2019 में 1416 और 2020 में 31 जुलाई तक दुष्कर्म के 1033 मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे ज्यादा 169 केस मई में दर्ज किए गए हैं. लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक दुष्कर्म के 86 केस रांची में दर्ज किए गए.

ये भी पढ़ें-क्या उम्मीदों पर खरी उतर रही है मुख्यमंत्री श्रमिक योजना? देखिए ईटीवी भारत की पड़ताल

हाल के दिनों में दुष्कर्म की बड़ी घटनाएं

  • 10 अक्टूबर 2020: गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में पांचवीं कक्षा की छात्रा को अगवा कर सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया. पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना को दबाने की कोशिश की गई तो पीड़िता के माता-पिता ने दो आरोपियों पर जानलेवा हमला कर दिया. इसके बाद गांव में दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
  • 8 अक्टूबर 2020: रांची में रातू थाना क्षेत्र में एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई. बच्ची का शव खेत में एक बोरे में पाया गया. आरोपी रिश्तेदार था, जिसे ग्रामीणों ने मारपीट कर पुलिस के हवाले कर दिया.
  • 7 सितंबर 2020: गोड्डा जिले के एक आश्रम में चार लोगों ने एक साध्वी से सामूहिक दुष्कर्म किया. आरोपियों ने सभी साधुओं को एक कमरे में बंद कर दिया और 38 साल की साध्वी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
  • 30 मार्च 2020: गिरीडीह के धनवार थाना क्षेत्र में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद उस पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा दी गई. आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई और एसआईटी गठित कर जांच कराने का आदेश दिया.
  • 26 नवंबर 2019: रांची के कांके थाना क्षेत्र में लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा के साथ 12 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता संग्रामपुर बस स्टॉपेज के पास अपने मित्र के साथ बैठी हुई थी, तभी बाइक और कार में सवार युवकों ने पहले उसके साथ मारपीट की, फिर जबरन उठाकर एक ईंट भट्ठे की ओर ले गए, वहां सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. मामले में सभी 12 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

साहिबगंज: जिले के रांगा थाना क्षेत्र के लखीमपुर गांव में पुलिस ने एक नाबालिग लड़की का शव दफनाए जाने के बाद जमीन खोदकर निकाली है. इस आदिवासी नाबालिग लड़की का शव घर के पास ही संदिग्ध हालत में मिला था, जिसके बाद परिजनों ने उसे पास के खेत में दफना दिया. शुरुआत में पुलिस ने इस मामले को दबाने की भरपूर कोशिश की लेकिन किसी तरह मीडिया को इसकी भनक लग गई, जिसके बाद पुलिस को जांच के लिए दफन कर दिए गए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए निकालना पड़ा. इस मामले में दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है.

लाश बताएगी आपबीती!

पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने ईटीवी भारत को बताया कि बुधवार को दो नाबालिग लड़कियां अपने दोस्त से मिलने गई थीं और दो दिन अपने घर से बाहर रहीं. शुक्रवार को घर वापस घर लौटने के दौरान रास्ते में पांच लड़कों ने दोनों को घेर लिया. इसी बीच एक लड़की वहां से भागने में कामयाब हो गई. शनिवार शाम को दूसरी नाबालिग लड़की का शव घर के पास मिला. परिजनों ने शव को पास के खेत में दफना दिया. अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि ये सारी जानकारी मृतका की सहेली ने बताई है. इसके आधार पर लड़कियों के दोनों दोस्त और दो संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि जैसे ही मामला संज्ञान में आया तो पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की गुत्थी सुलझेगी.

दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

इस घटना को लेकर गांव में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. शव मिलने के बाद परिजनों ने थाने में शिकायत क्यों नहीं की, क्या वे किसी दबाव में थे? पंचायत और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. बहरहाल, मीडिया में मामला सामने आने के बाद पुलिस अब इसकी जांच में जुट गई है. पुलिस इसे प्रेम प्रसंग, दुष्कर्म और हत्या जैसे हर एंगल से जोड़ कर जांच कर रही है.

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विपक्ष ने पूछा सवाल

लखीमपुर गांव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में आता है लिहाजा इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट किया है कि सीएम हेमंत सोरेन के विधानसभा में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने राहुल गांधी को भी ट्वीट कर पूछा कि इन लड़कियों का हालचाल लेने वे कब आएंगे? झारखंड में दुमका और बेरमो दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे हैं लिहाजा विपक्ष महिलाओं के सुरक्षा के मुद्दे को भुनाना चाह रही है.

सालदुष्कर्म के मामले
2014 1122
20151198
20161146
20171357
20181090
20191416
2020 1033 (31 जुलाई तक)

झारखंड में महफूज नहीं आबरू

एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार दुष्कर्म के मामले में झारखंड देश में आठवें स्थान पर है. झारखंड में साल दर साल दुष्कर्म के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साल 2014 में राज्य में दुष्कर्म के कुल 1122 केस दर्ज हुए. साल 2015 में 1198, 2016 में 1146 और 2017 में रेप के 1357 मामले दर्ज किए गए. साल 2018 में ऐसी घटनाएं थोड़ी कम हुई और आंकड़ा 1090 तक पहुंचा. बीते साल 2019 में 1416 और 2020 में 31 जुलाई तक दुष्कर्म के 1033 मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे ज्यादा 169 केस मई में दर्ज किए गए हैं. लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक दुष्कर्म के 86 केस रांची में दर्ज किए गए.

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हाल के दिनों में दुष्कर्म की बड़ी घटनाएं

  • 10 अक्टूबर 2020: गुमला जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में पांचवीं कक्षा की छात्रा को अगवा कर सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया. पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना को दबाने की कोशिश की गई तो पीड़िता के माता-पिता ने दो आरोपियों पर जानलेवा हमला कर दिया. इसके बाद गांव में दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
  • 8 अक्टूबर 2020: रांची में रातू थाना क्षेत्र में एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई. बच्ची का शव खेत में एक बोरे में पाया गया. आरोपी रिश्तेदार था, जिसे ग्रामीणों ने मारपीट कर पुलिस के हवाले कर दिया.
  • 7 सितंबर 2020: गोड्डा जिले के एक आश्रम में चार लोगों ने एक साध्वी से सामूहिक दुष्कर्म किया. आरोपियों ने सभी साधुओं को एक कमरे में बंद कर दिया और 38 साल की साध्वी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
  • 30 मार्च 2020: गिरीडीह के धनवार थाना क्षेत्र में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद उस पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा दी गई. आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई और एसआईटी गठित कर जांच कराने का आदेश दिया.
  • 26 नवंबर 2019: रांची के कांके थाना क्षेत्र में लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा के साथ 12 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता संग्रामपुर बस स्टॉपेज के पास अपने मित्र के साथ बैठी हुई थी, तभी बाइक और कार में सवार युवकों ने पहले उसके साथ मारपीट की, फिर जबरन उठाकर एक ईंट भट्ठे की ओर ले गए, वहां सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. मामले में सभी 12 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
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