साहिबगंज: जिले में रांची से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मल्टी मॉडल टर्मिनल का ऑनलाइन उद्धाटन करेंगे. इसके बाद झारखंड जल मार्ग से देश-विदेश से जुड़ जाएगा. इतिहासकारों का कहना है कि अंग्रेजों के समय से साहिबगंज व्यापार का केंद्र हुआ करता था.
शिपिंग मिनिस्टर मनसुख मंडाविया आज साहिबगंज मल्टी मॉडल टर्मिनल पर उद्धाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आए हुए हैं. उनके साथ मंत्री लुईस मरांडी, राज पलिवार कार्यक्रम शुरू होने से पहले सड़क मार्ग से पहुंचेंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री ने मल्टी मॉडल टर्मिनल के प्रशानिक भवन में पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि साहिबगंज के साथ संथाल परगना और झारखंड राज्य के विकास का मार्ग खुल जाएगा. उद्घाटन के बाद साहिबगंज मल्टी मॉडल टर्मिनल पर बड़े-बड़े कार्गो जहाज आने चालू हो जाएंगे. यहां से कार्गो जहाज माल लेकर दूसरे राज्यों में जाएंगे. इस तरह साहिबगंज व्यापार का हब बन जाएगा. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले समय में दस हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा.
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शिपिंग मिनिस्टर मंत्री ने कहा कि राजमहल की पहाड़ी और झारखंड में प्राकृतिक संपदा की अपार संभावनाएं हैं. इनको सही तरीके से उपयोग किया जाए और इन संपदाओं को बाजार मिले तो आर्थिक दृष्टिकोण से संथाल परगना के साथ झारखंड का विकास निश्चित है. यहां के युवाओं को रोजगार का साधन उपलब्ध होगा. मंत्री ने कहा कि सुना था कभी साहिबगंज अंग्रेजों के समय व्यापार का हब हुआ करता था, लेकिन धीरे-धीरे यह विलुप्त हो गया. हालांकि इतिहास एक बार फिर से आज से दोहराने जा रहा है. आज प्रधानमंत्री इस मल्टी मॉडल टर्मिनल को राष्ट्र के नाम समर्पित कर देंगे.
शिपिंग मिनिस्टर मनसुख मंडाविया ने कहा कि साहिबगंज मल्टी मॉडल टर्मिनल लगभग 300 करोड़ की लागत से बनकर तैयार है. अभी पहले चरण का काम पूरा हुआ है, दूसरे चरण में हम फैट विलेज, लॉजिस्टिक पार्क, वेयरहाउस और छोटे बड़े जहाज बनाने का भी प्रबंध इस मल्टी मॉडल टर्मिनल से करेंगे. दूसरे चरण का काम 2024 में पूरा होगा.