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पर्यटक स्थल मोती झरना में सैलानियों की भीड़, प्रकृति की गोद में बसा मनोरम दृश्य हर किसी को रहा लुभा

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Published : Jan 12, 2020, 2:07 AM IST

साहिबगंज के प्रकृति की गोद में बसा पर्यटक स्थल मोती झरना को देखने सैलानियों की लगातार भीड़ उमड़ रही है. कभी नहीं सूखने वाला वाटर फॉल और गुफा में शिवलिंग आकर्षण का केंद्र है, जिला प्रशासन इसे और अधिक विकसित करने का किया दावा कर रही है.

Moti waterfall attracts tourists to Sahibganj tourist spot
डिजाइन ईमेज

साहिबगंज: राजमहल की प्रकृति के गोद में बसा मोती झरना का मनोरम दृश्य सैलानियों को लुभाने लगा है. इस स्थल पर प्रतिदिन हजारों लोग आते है और आनंद उठाते है. कभी नहीं सूखने वाला ऊची पहाड़ पर से तीब्र गति से गिरता हुआ वाटर फॉल और इसके गुफा के अंदर शिवलिंग मुख्य आकर्षण का केंद है.

देखें पूरी खबर
मोती झरना की खास विशेषता की बात करें तो सालों भर ऊंची पहाड़ से झरना का पानी तीव्र गति से गिरता है. जिसे हम वाटर फॉल के नाम से भी जानते है और इसके गुफा में शिवलिंग है. प्रकृति का यादों अद्भुत नजारा देखने के लिए सैलानी दूर-दूर से आते है और पूजा कर प्रफुल्लित हो जाते है.

सुविधा की है व्यवस्था
सैलानियों का कहना है कि मोती झरना प्रकृति की गोद में समाया हुआ है. वाटर फॉल का नजारा बहुत अच्छा लगता है, ऐसा अद्भुत दृश्य कहीं देखने को नहीं मिलता है. वहीं, इस गुफा में शिवलिंग है, जो दिल से मन्नत मांगने पर सारी मुरादें पूरी हो जाती है. जिला प्रशासन ने पर्यटकों के लिए सारी सुविधा प्रदान की है. घूमने और बैठने के लिए जगह-जगह जमीन को समतल कर बनाए गए है, बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी बनवाया गया है.

Moti waterfall attracts tourists to Sahibganj tourist spot
वाटर फॉल

पक्की सड़क बनाए गए

मुख्य सड़क से यहां तक आने के लिए सड़क का समतलीकरण और पक्की सड़क बनाए गए है. सैलानियों का कहना है कि यहां आकर बहुत अच्छा लगता है, यहां आकर ऐसा लगता है मानों सारी थकावट दूर हो गई है. लोगों का ऐसा मानना है कि इस वाटर फॉल में स्नान करने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारी खत्म हो जाती है.

ये भी देखें- दिव्यांगों के लिए खुला निशुल्क फूट्स सेंटर, मिलेगी हर मदद

वन विभाग करता है सुरक्षा की व्यवस्था
साहिबगंज डीएफओ का कहना है कि वन विभाग के देखरेख में मोती झरना पर्यटक स्थल को विकसित किया गया है. पर्यटकों को बैठने, बच्चों को खेलने और एमएच 80 से स्थल तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ता बनाया गया है. सुरक्षा की व्यवस्था वन विभाग से किया गया है. आकर्षण के तौर पर तोरण द्वार, हवामहल, शेर, हिरण चीता, मगरमच्छ का स्टेचू बना कर जगह-जगह लगाए गया है, ताकि आकर्षण का केंद्र और भी बढ़े. आने वाले समय में इस पर्यटक स्थल मोती झरना को और अधिक विकसित किया जाएगा. सारी रूपरेखा तैयार कर ली गई है ताकि देश-विदेश में इस मोती झरना का नाम गूंजे और जिला का नाम रोशन हो.

Moti waterfall attracts tourists to Sahibganj tourist spot
मनोरम दृश्य

ये भी देखें- JNU के छात्रों से मिले विधायक बंधु तिर्की, कहा- देश के लिए चुनौती और चिंता का विषय

पर्यटकों को लुभाने के लिए और काम किए जाएंगे
वहीं, डीएफओ ने कहा कि निश्चित रूप से प्रकृति की गोद में बसा मोती झरना पर्यटकों को लुभाता है, ऐसा माना जाता है कि वाटर फॉल में नहाने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारियां खत्म हो जाती है. इस वाटर फॉल में नहाने से शरीर पर जो चोट लगता है, इससे शरीर का हर दर्द और थकावट खत्म हो जाता है. साथ ही इस गुफा के अंदर शिवलिंग काफी शक्तिशाली है. सावन के महीनों में पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है. जिला प्रशासन का दावा है कि पहले भी काम हुआ है और भी पर्यटकों को लुभाने के लिए काम किया जाएगा.



साहिबगंज: राजमहल की प्रकृति के गोद में बसा मोती झरना का मनोरम दृश्य सैलानियों को लुभाने लगा है. इस स्थल पर प्रतिदिन हजारों लोग आते है और आनंद उठाते है. कभी नहीं सूखने वाला ऊची पहाड़ पर से तीब्र गति से गिरता हुआ वाटर फॉल और इसके गुफा के अंदर शिवलिंग मुख्य आकर्षण का केंद है.

देखें पूरी खबर
मोती झरना की खास विशेषता की बात करें तो सालों भर ऊंची पहाड़ से झरना का पानी तीव्र गति से गिरता है. जिसे हम वाटर फॉल के नाम से भी जानते है और इसके गुफा में शिवलिंग है. प्रकृति का यादों अद्भुत नजारा देखने के लिए सैलानी दूर-दूर से आते है और पूजा कर प्रफुल्लित हो जाते है.

सुविधा की है व्यवस्था
सैलानियों का कहना है कि मोती झरना प्रकृति की गोद में समाया हुआ है. वाटर फॉल का नजारा बहुत अच्छा लगता है, ऐसा अद्भुत दृश्य कहीं देखने को नहीं मिलता है. वहीं, इस गुफा में शिवलिंग है, जो दिल से मन्नत मांगने पर सारी मुरादें पूरी हो जाती है. जिला प्रशासन ने पर्यटकों के लिए सारी सुविधा प्रदान की है. घूमने और बैठने के लिए जगह-जगह जमीन को समतल कर बनाए गए है, बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी बनवाया गया है.

Moti waterfall attracts tourists to Sahibganj tourist spot
वाटर फॉल

पक्की सड़क बनाए गए

मुख्य सड़क से यहां तक आने के लिए सड़क का समतलीकरण और पक्की सड़क बनाए गए है. सैलानियों का कहना है कि यहां आकर बहुत अच्छा लगता है, यहां आकर ऐसा लगता है मानों सारी थकावट दूर हो गई है. लोगों का ऐसा मानना है कि इस वाटर फॉल में स्नान करने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारी खत्म हो जाती है.

ये भी देखें- दिव्यांगों के लिए खुला निशुल्क फूट्स सेंटर, मिलेगी हर मदद

वन विभाग करता है सुरक्षा की व्यवस्था
साहिबगंज डीएफओ का कहना है कि वन विभाग के देखरेख में मोती झरना पर्यटक स्थल को विकसित किया गया है. पर्यटकों को बैठने, बच्चों को खेलने और एमएच 80 से स्थल तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ता बनाया गया है. सुरक्षा की व्यवस्था वन विभाग से किया गया है. आकर्षण के तौर पर तोरण द्वार, हवामहल, शेर, हिरण चीता, मगरमच्छ का स्टेचू बना कर जगह-जगह लगाए गया है, ताकि आकर्षण का केंद्र और भी बढ़े. आने वाले समय में इस पर्यटक स्थल मोती झरना को और अधिक विकसित किया जाएगा. सारी रूपरेखा तैयार कर ली गई है ताकि देश-विदेश में इस मोती झरना का नाम गूंजे और जिला का नाम रोशन हो.

Moti waterfall attracts tourists to Sahibganj tourist spot
मनोरम दृश्य

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पर्यटकों को लुभाने के लिए और काम किए जाएंगे
वहीं, डीएफओ ने कहा कि निश्चित रूप से प्रकृति की गोद में बसा मोती झरना पर्यटकों को लुभाता है, ऐसा माना जाता है कि वाटर फॉल में नहाने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारियां खत्म हो जाती है. इस वाटर फॉल में नहाने से शरीर पर जो चोट लगता है, इससे शरीर का हर दर्द और थकावट खत्म हो जाता है. साथ ही इस गुफा के अंदर शिवलिंग काफी शक्तिशाली है. सावन के महीनों में पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है. जिला प्रशासन का दावा है कि पहले भी काम हुआ है और भी पर्यटकों को लुभाने के लिए काम किया जाएगा.



Intro:प्रकृति की गोद मे बसा पर्यटक स्थल मोतीझरना को देखने शैलानियों की उमड़ी भीड़,नही सूखने वाला वाटर फॉल और गुफा में शिवलिंग आकर्षण का केंद्र है,जिला प्रशासन और अधिक विकसित करने का किया दावा।
- राजमहल की प्रकृति की गोद में बसा मोती झरना का मनोरम दृश्य सैलानियों को लुभाने लगा है प्रतिदिन हजारों लोग आते हैं और आनंद उठाते हैं कभी नही सूखने वाला ऊची पहाड़ पर से तीब्र गति से गिरता हुआ वाटर फॉल और इसके गुफा के अंदर शिवलिंग मुख्य आकर्षण का केंद है।




Body:प्रकृति की गोद मे बसा पर्यटक स्थल मोतीझरना को देखने शैलानियों की उमड़ी भीड़,नही सूखने वाला वाटर फॉल और गुफा में शिवलिंग आकर्षण का केंद्र है,जिला प्रशासन और अधिक विकसित करने का किया दावा।
स्पेशल स्टोरी-साहिबगंज-- राजमहल की प्रकृति की गोद में बसा मोती झरना का मनोरम दृश्य सैलानियों को लुभाने लगा है प्रतिदिन हजारों लोग आते हैं और आनंद उठाते हैं कभी नही सूखने वाला ऊची पहाड़ पर से तीब्र गति से गिरता हुआ वाटर फॉल और इसके गुफा के अंदर शिवलिंग मुख्य आकर्षण का केंद है।
मोती झरना का खास विशेषता की बात करें तो सालों भर ऊंची पहाड़ से झरना का पानी तीव्र गति से गिरता है जिसे हम वाटरफॉल के नाम से भी जानते हैं और इसके गुफा में शिवलिंग है प्रकृति का यादो अद्भुत नजारा देखने के लिए सैलानी दूर-दूर से आते हैं और पूजा कर प्रफुल्लित हो जाते है।
सैलानियों कहना है कि मोती झरना प्रकृति की गोद में समाया हुआ है वाटरफॉल का नजारा बहुत अच्छा लगता है ऐसा अद्भुत दृश्य कहीं देखने को नहीं मिलता है ।दूसरी बात इस गुफा में शिवलिंग है जो दिल से मन्नत मांगने पर सारी मुरादें पूरी हो जाती है ।जिला प्रशासन के द्वारा पर्यटकों के लिए सारी सुविधा प्रदान की गई है घूमने और बैठने के लिए जगह जगह जमीन को समतल कर बनाए गए हैं बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी बनवाया गया है मुख्य सड़क से यहां तक आने के लिए सड़क का समतलीकरण और पक्की सड़क बनाए गया है बहुत अच्छा लगता है यहां आकर ऐसा लगता है सारा थकावट दूर हो जाता है। इस वाटर फॉल में स्नान करने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारी खत्म हो जाती है।
बाइट-- पंकज घोष, शैलानी
बाइट-- त्रिलोकी नाथ ,शैलानी
डीएफओ का कहना है कि वन विभाग के देखरेख में मोती झरना पर्यटक स्थल को विकसित किया गया है ।पर्यटकों को बैठने, बच्चों को खेलने और nh 80 से स्थल तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ता बनाया गया है। सुरक्षा की व्यवस्था वन विभाग से किया गया है ।आकर्षण के तौर पर तोरण द्वार ,हवामहल ,शेर, हिरण चीता ,मगरमच्छ का स्टेचू बना कर जगह-जगह लगाए गया है ताकि आकर्षण का केंद्र और भी बढ़े। आने वाले समय में इस पर्यटक स्थल मोती झरना को और अधिक विकसित किया जाएगा। सारी रूपरेखा तैयार कर ली गई है ताकि देश विदेश में इस मोतीझरना का नाम गूंजे और जिला का नाम रोशन हो।
बाइट-- विकास पालीवाल,डीएफओ,साहिबगंज
निश्चित रूप से प्रकृति की गोद में बसा मोती झरना पर्यटकों को लुभाता है ऐसा माना जाता है कि वाटरफॉल में नहाने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारियां खत्म हो जाती है ।इस वाटरफॉल में नहाने से शरीर पर जो चोट लगता है इससे शरीर का हर दर्द और थकावट खत्म हो जाता है। साथी ही इस गुफा के अंदर शिवलिंग काफी शक्तिशाली है सावन के महीनों में पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है जिला प्रशासन का दावा है कि पहले भी काम हुआ है और भी पर्यटकों को लुभाने के लिए काम किया जाएगा।
शिव शंकर कुमार,ईटीवी भारत,साहिबगंज



Conclusion:निश्चित रूप से प्रकृति की गोद में बसा मोती झरना पर्यटकों को लुभाता है ऐसा माना जाता है कि वाटरफॉल में नहाने से चर्म रोग से संबंधित सारी बीमारियां खत्म हो जाती है ।इस वाटरफॉल में नहाने से शरीर पर जो चोट लगता है इससे शरीर का हर दर्द और थकावट खत्म हो जाता है। साथी ही इस गुफा के अंदर शिवलिंग काफी शक्तिशाली है सावन के महीनों में पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है जिला प्रशासन का दावा है कि पहले भी काम हुआ है और भी पर्यटकों को लुभाने के लिए काम किया जाएगा।

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