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साहिबगंज में मेधा डेयरी प्लांट हुआ लांच, पीएम मोदी ने रखी थी नींव, पशुपालकों की जगी उम्मीद

साहिबगंज के सात ब्लॉक में मेधा डेयरी प्लांट से उत्पादन शुरू हो गया. इस प्लांट की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल 2017 को रखी थी. प्लांट शुरू होने से पशुपालकों में खुशी है.

Medha Dairy Plant
Medha Dairy Plant
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Published : Apr 15, 2022, 10:42 AM IST

साहिबगंज: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल 2017 को साहिबगंज में डेयरी प्लांट की आधारशिला रखी थी. जिस उदेश्य से इसकी नींव रखी गयी थी वो सपना अब पूरा हो रहा है. अब जिला के नौ प्रखंडों में से सात प्रखंड मेंं सुबह-सुबह नजदीकी दुकान पर मेधा का स्वादिष्ट प्रोडक्ट मिल जाएगा. जिसमें मेधा का शक्ति स्पेशल, टोन्ड मिल्क, गाय का पाउच में दूध और पनीर शामिल है.


नो प्रोफिट नो लाॉस पर काम करेगा प्लांट: डेयरी हब इंचार्ज रवींद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि यह खुशी का पल है कि साहिबगंज में मेधा डेयरी प्लांट शुरु हो रहा है. मेधा से जुड़े कई प्रोडक्ट ग्राहक को उपलब्ध कराए जाएंगे. प्लांट शुभारंभ के पहले दिन जिला के अन्य क्षेत्रों से 2000 लीटर दूध की मांग की गयी है. जिसमें रात के दो बजे से वाहन हर प्रखंड में रुट चार्ट के अनुसार निकल जाएगी. सुबह 7 बजे तक लोग अपने नजदीकी दुकान पर जाकर दूध ले सकते हैं. पहले दिन पांच प्रोडक्ट को तैयार किया गया है. 15 दिन के अंदर सारा प्रोडक्ट तैयार कर बाजार में उपलब्ध करा दिया जाएगा. मिल्क पार्लर का काम चल रहा है. आने वाले दिनों में ग्राहक को स्थाई रूप से दुकान मिल जाएंगे. अभी डेयरी प्लांट में 4.5 से पांच हजार लीटर तक दूध का कलेक्शन होता है. यह डेयरी प्लांट नो प्रोफिट नो लाॉस पर काम करती है. जिससे कि पशुपालक अधिक से अधिक इससे जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे. दूध की कीमत के साथ दो रुपया प्रति लीटर सब्सिडी दिया जाता है. यह सब्सिडी हर दस दिन पर ग्राहक के खाते में सीधा भेज दी जाती है. इस प्लांट का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग डेयरी प्लांट से जुड़कर अपना रोजगार बढ़ाये और खेती के साथ अपनी आय दोगुनी बढ़ाये.

देखें पूरी खबर
प्रोडक्टमात्राकीमत
शक्ति स्पेशलएक लीटर52 रुपये
शक्ति स्पेशलआधा लीटर27 रुपये
टोन्ड मिल्क एक लीटर47 रुपये
टोन्ड मिल्कआधा लीटर24 रुपये
काउ मिल्कआधा लीटर24 रुपये
पनीर200 ग्राम75 रुपये
घी 500ग्राम245


दो जिलों में है डेयरी प्लांट: मालूम हो, संथाल परगना में दो जगह ही डेयरी प्लांट खुला है, जिसमें एक देवघर और दूसरा साहिबंगज शामिल है. संथाल परगना में मेधा को छोड़ किसी कंपनी ने स्थाई रूप से डेयरी नहीं खोला है. जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में दूध अधिक मात्रा में आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने डेयरी प्लांट की नींव रखी थी. हालांकि, राज्य सरकार का पूरा फंड निवेश हुआ है. 50 हजार लीटर प्रति दिन झमता का यह प्लांट तैयार हुआ है. आने वाले समय में एक लाख लीटर प्रति दिन की खपत के लिए तैयार किया जाएगा. गुरुवार से प्रोडक्ट तैयार होना शुरु हो चुका है. इसके लिए रांची से सेल्स टीम साहिबगंज पहुंची और प्रोडक्ट अधिक से अधिक बाजार में खपत हो इसको लेकर रूप रेखा तैयार करने में जुटी. पूरी व्यवस्था डिजिटल व्यवस्था में होगी. बिचौलिया का रास्ता बंद कर दिया गया है.


पशुपालकों में खुशी: किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण यादव ने कहा कि यह बहुत ही खुशी का पल है कि हमारे जिला में डेयरी प्लांट शुरु हो गया है. जो दूध औने पोने दाम में बेच दिया जाता था. अधिक दूध होने पर बंगाल और भागलपुर भेज दिया जाता था. इस परेशानी से पशुपालकों मुक्ति मिलेगी. अब पशुपालक अधिक से अधिक गाय, भैंस रखकर अपना दूध एक स्थाई जगह बेच सकता है. आने वाले समय में पशुपालक के जीवन स्तर में सुधार आयेगा.

साहिबगंज: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल 2017 को साहिबगंज में डेयरी प्लांट की आधारशिला रखी थी. जिस उदेश्य से इसकी नींव रखी गयी थी वो सपना अब पूरा हो रहा है. अब जिला के नौ प्रखंडों में से सात प्रखंड मेंं सुबह-सुबह नजदीकी दुकान पर मेधा का स्वादिष्ट प्रोडक्ट मिल जाएगा. जिसमें मेधा का शक्ति स्पेशल, टोन्ड मिल्क, गाय का पाउच में दूध और पनीर शामिल है.


नो प्रोफिट नो लाॉस पर काम करेगा प्लांट: डेयरी हब इंचार्ज रवींद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि यह खुशी का पल है कि साहिबगंज में मेधा डेयरी प्लांट शुरु हो रहा है. मेधा से जुड़े कई प्रोडक्ट ग्राहक को उपलब्ध कराए जाएंगे. प्लांट शुभारंभ के पहले दिन जिला के अन्य क्षेत्रों से 2000 लीटर दूध की मांग की गयी है. जिसमें रात के दो बजे से वाहन हर प्रखंड में रुट चार्ट के अनुसार निकल जाएगी. सुबह 7 बजे तक लोग अपने नजदीकी दुकान पर जाकर दूध ले सकते हैं. पहले दिन पांच प्रोडक्ट को तैयार किया गया है. 15 दिन के अंदर सारा प्रोडक्ट तैयार कर बाजार में उपलब्ध करा दिया जाएगा. मिल्क पार्लर का काम चल रहा है. आने वाले दिनों में ग्राहक को स्थाई रूप से दुकान मिल जाएंगे. अभी डेयरी प्लांट में 4.5 से पांच हजार लीटर तक दूध का कलेक्शन होता है. यह डेयरी प्लांट नो प्रोफिट नो लाॉस पर काम करती है. जिससे कि पशुपालक अधिक से अधिक इससे जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे. दूध की कीमत के साथ दो रुपया प्रति लीटर सब्सिडी दिया जाता है. यह सब्सिडी हर दस दिन पर ग्राहक के खाते में सीधा भेज दी जाती है. इस प्लांट का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग डेयरी प्लांट से जुड़कर अपना रोजगार बढ़ाये और खेती के साथ अपनी आय दोगुनी बढ़ाये.

देखें पूरी खबर
प्रोडक्टमात्राकीमत
शक्ति स्पेशलएक लीटर52 रुपये
शक्ति स्पेशलआधा लीटर27 रुपये
टोन्ड मिल्क एक लीटर47 रुपये
टोन्ड मिल्कआधा लीटर24 रुपये
काउ मिल्कआधा लीटर24 रुपये
पनीर200 ग्राम75 रुपये
घी 500ग्राम245


दो जिलों में है डेयरी प्लांट: मालूम हो, संथाल परगना में दो जगह ही डेयरी प्लांट खुला है, जिसमें एक देवघर और दूसरा साहिबंगज शामिल है. संथाल परगना में मेधा को छोड़ किसी कंपनी ने स्थाई रूप से डेयरी नहीं खोला है. जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में दूध अधिक मात्रा में आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने डेयरी प्लांट की नींव रखी थी. हालांकि, राज्य सरकार का पूरा फंड निवेश हुआ है. 50 हजार लीटर प्रति दिन झमता का यह प्लांट तैयार हुआ है. आने वाले समय में एक लाख लीटर प्रति दिन की खपत के लिए तैयार किया जाएगा. गुरुवार से प्रोडक्ट तैयार होना शुरु हो चुका है. इसके लिए रांची से सेल्स टीम साहिबगंज पहुंची और प्रोडक्ट अधिक से अधिक बाजार में खपत हो इसको लेकर रूप रेखा तैयार करने में जुटी. पूरी व्यवस्था डिजिटल व्यवस्था में होगी. बिचौलिया का रास्ता बंद कर दिया गया है.


पशुपालकों में खुशी: किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण यादव ने कहा कि यह बहुत ही खुशी का पल है कि हमारे जिला में डेयरी प्लांट शुरु हो गया है. जो दूध औने पोने दाम में बेच दिया जाता था. अधिक दूध होने पर बंगाल और भागलपुर भेज दिया जाता था. इस परेशानी से पशुपालकों मुक्ति मिलेगी. अब पशुपालक अधिक से अधिक गाय, भैंस रखकर अपना दूध एक स्थाई जगह बेच सकता है. आने वाले समय में पशुपालक के जीवन स्तर में सुधार आयेगा.

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