साहिबगंज: हिंदु धर्म में कार्तिक महीना सबसे शुभ और महत्वपूर्ण महीना माना जाता है. कार्तिक के महीने के पूर्णिमा के दिन कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2021) मनाया जाता है. इस दिन लोग उपवास रखकर और गंगा में स्नान कर भगवान विष्णु (worship of lord vishnu) का पूजन करते हैं. इस अवसर पर राजमहल अनुमंडल और जिला मुख्यालय के कई गंगा घाटों पर श्रद्धालूओ की भीड़ स्नान की उमड़ी हुई है. लोग स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पण कर दीप प्रज्वलित कर नमन कर रहे है.
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कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
ज्योतिष में पूर्णिमा तिथि को बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा को भगवान विष्णु मत्स्यावतार के रूप में प्रकट हुए थे. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने का महत्व शास्त्रों में वर्णित है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का अंत किया था जिसके कारण इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं.वहीं सिख धर्म में इस दिन को बेहद खास माना जाता है. इस दिन सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव का अवतरण हुआ था.
नदी में स्नान से पाप से मिलती है मुक्ति
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है. मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग से देवतागण भी आकर गंगा में स्नान करते हैं.इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान जरूर करना चाहिए.
कार्तिक पूर्णिमा पर करें दान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन हर व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार दान करना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन फल, अनाज, वस्त्र और गुड़ आदि चीजों का दान किया जा सकता है. शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि मां लक्ष्मी को समर्पित मानी जाती है. मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की प्रिय वस्तुओं मिठाई, दूध और नारियल का दान करने से धन की देवी माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.