साहिबगंज: राजस्थान के बाद अब झारखंड में भी लंपी वायरस मवेशियों में अपना पाव पसारने लगा है (Lumpy virus in cattle in Sahibganj). कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लोग अभी उबरे भी नहीं कि लोगों के रोजी रोटी पर आफत पड़ने लगी है. लंपी एक त्वचा रोग जैसी वायरल बीमारी है जो तेजी से मवेशियों जैसे गाय, भैंस और बछड़ा में फैल रही है. इस बीमारी की वैक्सीन अभी भारत सरकार तैयार नहीं कर पाई है और ना ही इसकी जांच अभी झारखंड में होती है. इस बीमारी के लक्षण पाए जाने वाले मवेशियों के ब्लड सिरम लेकर जांच के लिए रांची से भोपाल भेजा जा रहा है. पशुपालकों पर इस वायरस का कोई असर नहीं है. पशुपालक आयुवेर्दिक इलाज से इसे ठीक कर सकते है.
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शोभनपुर भट्टा गांव के मवेशियों में दिखें लंपी वायरस लक्षण: राजस्थान सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है. उसके अनुसार साहिबगंज में इस वायरल बीमारी के लक्षण मवेशियों में दिखने लगे हैं. सदर प्रखंड के शोभनपुर भट्टा गांव में दो से अधिक गायों में इसके लक्षण देखने को मिले हैं. गाय के पूरे शरीर में चेचक जैसा दाना देखने को मिला. उक्त घाव से खून निकलता है और गाय को बहुत तेज बुखार हो जाती है. मवेशी पालकों ने कहा कि पिछले पांच से छह दिनों से यह बीमारी देख रहे हैं.
इस तरह की बीमारी पहली बार देखने को मिल रही है. दो गायों के पूरे शरीर में चेचक बीमारी जैसा दिख रहा है. घाव फैलने के बाद उपर से चमड़ा निकल जा रहा है और खून का रिसाव होने लगता है. सबसे अधिक परेशानी पूरे शरीर में होने के साथ गलफड़ के पास भी निकल जा रहा है जिससे गाय चारा नहीं खा पाती है. बुखार आने से गाय को परेशानी हो रही है. गाय का शरीर आधा हो चुका है. अंग्रेजी दवा कर रहे हैं. धीरे धीरे सुधार हो रहा है. डाक्टर कहते है कि दो दिन में ठीक हो जाएगा. लेकिन अभी तक पूरी तरह से सुधार नहीं हुआ है.
मवेशियों में फैलने वाला लंपी वायरस है. जानवरों में त्वचा से संबंधित रोग है. राजस्थान में तेजी से यह फैला है. झारखंड के कुछ जिला में इस वायरस की चपेट में मवेशी आ गए हैं. चूकि साहिबगंज में इस तरह का मामला सामने आ रहा है तो जांच का विषय है. अपने मेडिकल स्टाफ को भेजकर जांच करवा लेता हूं. ब्लड सैंपल लेकर रांची भेज दूंगा जहां से भोपाल से जांच के उपरांत रिपोर्ट आने के बाद ही तथ्य के साथ बता सकता हूं कि यह लंपी वायरस है या कुछ और. जो गाइडलाइन मिला है उसके अनुसार यह लक्षण लंपी वायरस लग रहा है लेकिन जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. साहिबगंज में 20वीं पशुधन जनगणना 2018-2019 के अनुसार 2.5 लाख मवेशी है.