साहिबगंज: जिले के बोरियो प्रखंड की जेटके कुम्हारजोरी पंचायत के शहरी गांव में अज्ञात बीमारी से कई मवेशियों की मौत होने की बात सुनकर पशुपालन विभाग की टीम डीएएचओ धनिक लाल मंडल के नेतृत्व में मंगलवार को बोरियो प्रखंड के शहरपुर गांव पहुंची. जहां टीम ने कई मवेशियों को बीमार पाया. मवेशियों के शरीर पर अजीब तरह के दाग नजर आए. वहीं कई मवेशी बुखार से भी पीड़ित मिले. टीम ने गांव में बीमार 70 से अधिक मवेशियों का इलाज किया और दवा दी.
बीमार मवेशियों का सिरम कलेक्ट कर जांच के भेजाः वहीं पशुपालन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर पांच मवेशियों का सिरम लिया है. सैंपल को कलेक्ट कर जांच के लिए रांची भेजा जाएगा. उसके बाद सिरम की जांच भोपाल के लैब में करायी जाएगी. जांच के उपरांत ही पता चला पाएगी कि मवेशियों लंपी बीमारी है या कुछ और. हालांकि जिला पशुपालन पदाधिकारी धनिकलाल मंडल ने बताया कि मवेशियों में लंपी बीमारी जैसे लक्षण मिले हैं. जांच के लिए सैंपल लिया गया है. उन्होंने बताया कि लंपी बीमारी खतरनाक है और झारखंड में इसकी वैक्सीन नहीं है.
पशुपालन विभाग ने सरकार से की 10 वैक्सीन की मांगः उन्होंने बतााया कि लंपी बीमारी स्कीन डिजिज है. यह बीमारी खासकर बकरी और भेड़ में अधिक पायी जाती है. बकरी और भेड़ को लगाई जाने वाली वैक्सीन ही मवेशियों को भी दी जाती है. वैक्सीन लगाने के बाद मवेशी ठीक हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार के पास फिलहाल लंपी बीमारी की वैक्सीन नहीं है. हम लोगों ने सरकार से 10 वैक्सीन की मांग की है. पशुपालन पदाधिकारी धनिकलाल मंडल ने कहा कि लंपी जैसी बीमारी के लक्षण वाले तीन मवेशियों की मौत हो गई है. साथ ही 20 से अधिक मवेशी इसके चपेट में हैं.
प्राकृतिक उपचार से भी ठीक होती है लंपी बीमारीः गौरतलब है कि सोमवार को बोरियो प्रखंड क्षेत्र के जेटके कुम्हारजोरी पंचायत के शहरपुर गांव में अज्ञात बीमारी से मवेशियों की मौत की सूचना मुखिया पति देवेंद्र मालतो ने पशुपालन पदाधिकारी और बीडीओ को दी थी. 20 से अधिक मवेशियों की मौत होने की खबर सुनकर मंगलवार को पशुपालन विभाग की टीम सुदूरवर्ती गांव पहुंची और कैंप लगाया. जहां मवेशियों का इलाज किया गया. वहीं पशुपालन पदाधिकारी धनिकलाल मंडल ने बताया कि लंपी बीमारी प्राकृतिक उपचार से ही ठीक हो सकता है. पशुपालक नीम का पत्ता पानी में उबालकर उसे ठंडा करने को बाद उस पानी से मवेशियों को धोएं. मवेशी को गिलोय, तुलसी का पत्ता सहित अन्य इम्यूनिटी की चीज खिलाएं. यह बीमारी इन चीजों से बहुत जल्द ठीक हो जाएगी.