साहिबगंज: धान अधिप्राप्ति में लक्ष्य से जिला काफी पीछे है. जिला के सभी प्रखंड में लेम्प्स खोले गए हैं ताकि किसान अपनी धान को लेकर नजदीकी लेम्प्स तक पहुंचे. जहां और समर्थन मूल्य और बोनस के साथ डीबीटी के माध्यम से दो हजार रुपये राशि प्राप्त करें, लेकिन किसानों के बीच जागरूकता की कमी के कारण अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं.
बता दें कि अभी तक जिला में पांच क्विंटल धान का क्रय हुआ है जबकि लक्ष्य 30,000 क्विंटल का है. अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचने का बड़ा कारण है कि सभी किसान लेम्प्स में ध्यान नहीं दे रहे हैं. रजिस्ट्रर्ड किसान ही धान लेम्प्स में बेच सकते हैं. दूसरा बिचौलिये खेत में नगद राशि देकर सभी किसान से धान खरीद लेते हैं, यही वजह है कि सरकार के लक्ष्य से साहिगंज काफी पीछे है.
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किसानों का कहना है कि लेम्प्स में धान बेचने से एक सप्ताह के अंदर खाता में पैसा आ जाता है, लेकिन बहुत सारे किसानों का अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है. किसान जागरूक नहीं हैं, जिससे लेम्प्स खाली रहता है. जिला आपूर्ति अधिकारी ने कहा कि बिचौलियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. दूसरी बात धान में अभी मॉइस्चर है, 15 फरवरी के बाद धान लेम्प्स तक आना चालू हो जाएगा. उन्होंने किसानों से अपील की है कि बिचौलियों के बहकावे में नहीं आए और अपना पूरा धान लेम्प्स तक पहुंचाएं. सरकार आपके खातों में पूरा पैसा डीबीटी के माध्यम से देगी.