रांची/हैदराबादः संथाल की इस सीट पर कांग्रेस और जेएमएम का रहा है राज. कई बार यहां के नतीजे दिलचस्प रहे हैं. बीजेपी यहां से पहली बार केवल 9 वोटों से जीती थी. वहीं इसबार भी मुख्य मुकाबला जेएमएम और बीजेपी के बीच ही है.
राजमहल संसदीय सीट
राजमहल संथाल की दूसरी रिजर्व सीट है. यह पहाड़ी और गंगा नदी से घिरा हुआ संसदीय क्षेत्र है. राजमहल संसदीय क्षेत्र दो जिलों साहिबगंज और पाकुड़ को मिलाकर बना है. जिसमें 6 विधानसभा क्षेत्र राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ और महेशपुर शामिल हैं.
राजमहल से अब तक के सांसद
1957 पाइका मुर्मू कांग्रेस
1962 ईश्वर मरांडी कांग्रेस
1967 ईश्वर मरांडी कांग्रेस
1971 ईश्वर मरांडी कांग्रेस
1977 एंथॉनी मुर्मू कांग्रेस
1980 सेठ हेम्ब्रम कांग्रेस
1984 सेठ हेम्ब्रम कांग्रेस
1989 साइमन मरांडी जेएमएम
1991 साइमन मरांडी जेएमएम
1996 थॉमस हांसदा कांग्रेस
1998 सोम मरांडी बीजेपी
1999 थॉमस हांसदा कांग्रेस
2004 हेमलाल मुर्मू जेएमएम
2009 देवीधन बेसरा बीजेपी
2014 विजय कुमार हांसदा जेएमएम
सामाजिक तानाबाना
राजमहल की 90 फीसदी जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है. यहां 4.67 फीसदी अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं. जबकि 37 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति के लोगों की है. यहां मतदाताओं की कुल संख्या 14 लाख 53 हजार 511 है. जिसमें पुरूष मतदाता 7 लाख 41 हजार 410 हैं. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 12 हजार 91 है और दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 2 हजार 400 है.
2019 का रण
2019 लोकसभा चुनाव में राजमहल सीट पर कुल 14 प्रत्याशी हैं. संथाल की इस सीट पर भी मुख्य मुक़ाबला बीजेपी और जेएमएम के बीच ही है. बीजेपी ने जहां एकबार फिर हेमलाल मुर्मू को यहां से उम्मीदवार बनाया है. वहीं जेएमएम ने मौजूदा सांसद विजय हांसदा को फिर से मैदान में उतारा है.