साहिबगंज: 1392 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने की मांग कर रहे लोबिन हेम्ब्रम अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गए हैं. साहिबगंज के जेएमएम जिलाध्यक्ष सुरेश टूडू ने लोबिन पर गुरुजी का फोटो लगाकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगायास है. सुरेश टूडू ने कहा कि हेमंत सोरेन 1932 के खतियान के मामले को देख रहे हैं इसके बाद भी लोबिन की बयानबाजी ठीक नहीं है.
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बीजेपी के साथ मिल गए हैं लोबिन हेम्ब्रम: सुरेश टुडू ने कहा कि ऐसा लगता है कि लोबिन बीजेपी के साथ मिल गए हैं. लोबिन राज्य में धरना प्रदर्शन करने के बारे में गुरुजी शिबू सोरेन से आदेश लेने की बात कह रहे हैं, जो सरासर गलत और बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कभी अपने इलाके के विकास के बारे में नहीं सोचा. आज भी उनके इलाके में सड़क नहीं बनी है. सुरेश टूडू ने कहा कि राज्य में सरकार गठबंधन की है जिसमें कांग्रेस व आरजेडी के लोग भी हैं. उनसे भी इस मुद्दे पर बातचीत चल रही है. सबकी सलाह के बाद ही स्थानीय नीति लागू किया जाएगा.
झारखंड में शराबबंदी मुश्किल: सुरेश टुडू ने कहा कि लोबिन कहते हैं कि झारखंड में शराबबंदी जरूरी है. लेकिन जब तक लोग खुद शराब का सेवन करना बंद नहीं करेंगे शराबबंदी मुश्किल है. सुरेश टूडू ने कहा कि लोबिन आंदोलन के नाम पर नाटक कर रहे हैं. बोरियो का विकास ना कर अपने परिवार का विकास कर रहे हैं. बड़ा बेटा अजय हेम्ब्रम ईसीएल में कर्मी है. बावजूद इसके उसे विधानसभा में अपना प्रतिनिधि बना दिया. सुरेश टूडू ने कहा कि लोबिन ने बोरियो विधानसभा से 1995 में निर्दलीय चुनाव जीता था. 1996 में लोकसभा का चुनाव आरजेडी के टिकट पर लड़ा था. बोरियो विधानसभा क्षेत्र में उन्हें 10 हजार से भी कम वोट मिला था. 1999 में गुरुजी से माफी मांगने के बाद पार्टी में उनकी वापसी हुई थी. अब लोबिन फिर पार्टी की नीतियों का विरोध कर रहे हैं जो ठीक नहीं है.