साहिबगंज: झारखंड सरकार शुरू से ही प्रवासी मजदूर जो अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं उन्हें झारखंड लाने के लिए प्रयास कर रही है. वहीं, दूसरे राज्यों के जो मजदूर झारखंड में फंसे हैं उन्हें भी भेजने की कोशिश की जा रही है. आखिरकार वह दिन आया जब झारखंड के साहिबगंज से पहली बस पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला के लिए रवाना हुई.
बंगाल के लिए रवाना हुई बस
गुरुवार की रात को उपायुक्त ने पहली बस को बंगाल के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस बस में पश्चिम बंगाल मुर्शिदाबाद जिले के 38 मजदूर को भेजा गया. इसके साथ ही बंगाल में फंसे झारखंड के 70 मजदूर को भी वापस लाने के लिए बस सुनिश्चित किया गया है.
38 मजदूर को भेजा गया बंगाल
उपायुक्त ने बताया कि पहली बस 38 प्रवासी मजदूर को लेकर बंगाल के लिए रवाना किया गया. सभी मजदूर को क्वॉरेंटाइन में रखा गया था. सभी लोग 14 दिन काट लिए है. सभी लोग स्वस्थ हैं. बस में खाने-पीने का सारा इंतजाम किया गया है. इसके साथ ही 4 बस और है, जो बिहार-यूपी सहित अन्य राज्यों में भेजे जाएंगे.
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बस से वापस लौटेंगे मजदूर
उपायुक्त ने बताया कि बंगाल के प्रशासनिक पदाधिकारी से बात हो गई है. बंगाल में भी झारखंड के 70 मजदूर फंसे हुए हैं. उनको भी इसी बस से वापस बुला लिया जाएगा. केंद्र और राज्य सरकार की पहल पर प्रवासी मजदूरों को लाने और ले जाने का सकारात्मक पहल चालू हो चुका है. बहुत जल्द झारखंड के मजदूर जो बाहर फंसे हुए हैं उनको वापस झारखंड बुला लिया जाएगा.