साहिबगंज: भारतीय व्हील चेयर क्रिकेट के विकेट कीपर अनवर शेख अपनी शानदार जीत से इंडिया का नाम रोशन कर चुके हैं. अनवर शेख राष्ट्रीय स्तर के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना परचम लहरा चुके हैं. अनवर शेख मलेशिया, बांग्लादेश, भूटान, चीन और श्रीलंका की टीम से खेल चुके हैं.
झारखंड विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ब्रांड एंबेसडर बनकर अनवर शेख वोटरों को अपना मत देने की प्रेरणा देते हुए बडी बड़ी होर्डिंग में नजर आए थे. दिव्यांग क्रिकेटर अनवर शेख राजमहल अनुमंडल के मतियाल गांव के रहने वाले हैं. लॉक डाउन के पहले अनवर शेख की चारों तरफ तारीफ हुआ करती थी. इस लॉकडाउन में खेल बंद होने से दिव्यांग अनवर शेख की स्थिति दयनीय हो चुकी है. अनवर आज एक एक रुपये के लिए को मोहताज हो चुके हैं. बेबसी में अनवर परिवार चलाने के लिए फुटपाथ पर सब्जी बेच रहे हैं.
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अनवर शेख का कहना है कि उनकेहालात बेहद खराब हो गए हैं. बैंक से लोन लेकर सब्जी की दुकान लगाई है. परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकर भारत का नाम रोशन किया, लेकिन आज सभी ने मुंह फेर लिया. उनका कहना है कि कोई भी काम छोटा नहीं होता, लेकिन जिस स्तर पर पहुंचकर देश का मान बढ़ाया, तब सरकार को ध्यान देना चाहिए था.
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग व्हीलचेयर क्रिकेटर का कहना है कि अगर सरकार उन पर ध्यान नहीं देती है, तो वो आने वाले वक्त में नहीं खेल पाएंगे. उनका हौसला खत्म हो जाएगा. इसलिए सरकार और जिला प्रशासन से उन्होंने मदद की गुहार लगाई है.
जिला आपूर्ति पदाधिकारी की मानें, तो दिव्यांग क्रिकेटर अनवर शेख के पास कोई भी राशन कार्ड नहीं है. उन्होंने कहा कि अनवर शेख का जल्द ही लाल कार्ड बनवा दिया जाएगा. इसके साथ ही किसी भी जरूरत के लिए जिला प्रशासन हमेशा मदद के लिए तैयार है.