साहिबगंज: सिदो-कान्हू मुर्मू के वंशज के इलाज को लेकर पैसे इक्ट्ठा करने के लिए चंदा मांगने मामला काफी तूल पकड़ता दिख रहा है. इस मामले को जेएमएम विधायक सीता सोरेन ने शर्मनाक बताया तो वहीं सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने इलाज के लिए दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराने और खर्च वहन करने की बात कही है. वहीं परिजनों ने कहा कि जमीन गिरवी रखकर कई प्रतिष्ठित लोगों से मदद मांगी गई लेकिन सबने हाथ खड़े कर दिए.
हूल क्रांति के महानायक सिदो-कान्हू मुर्मू के वंशज 15 वर्षीय छोटा मंडल मुर्मू को ब्रेन टीबी हो गया है. परिजनों ने इसका इलाज रांची और दिल्ली तक कराया लेकिन वो अभी तक ठीक नहीं हो पाया है. पैसे के अभाव में वह घर वापस आ गया है. जमीन गिरवी रखी गई है, अब जमीन बेचने की नौबत आ चुकी है. किसी से कोई सहारा नहीं मिलने पर वंशजों ने तो चंदा इक्ट्ठा कर इलाज करने का फैसला उठाया. अपनी आर्थिक परेशानियों को खत्म करने के उद्देश्य से वंशजों ने सड़क पर वाहनों से इलाज के नाम पर चंदा इक्टठा करना शुरू भी कर दिया है.
दुमका में होनेवाले उपचुनाव को देखते हुए यह एक राजनीतिक मुद्दा भी बनता दिखाई दे रहा है. इस मामले को लेकर जामा से जेएमएम विधायक सीता सोरेन और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सोशल मीडिया में सक्रिय भी दिखाई दे रहे हैं. इनके बैनर-पोस्टर और सड़क पर वाहनों से पैसा मांगते फोटो देखकर झरखंड सरकार हरकत में आयी. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए छोटा मंडल मुर्मू को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती करने की पहल शुरू करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने इलाज में होने वाले पूरा खर्च सरकार की तरफ से वहन करने की बात भी कही है.
जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन की पुत्र वधु सह सह दुमका जिला के जामा विधानसभा क्षेत्र से विधायक सीता सोरेन ने ट्वीटर पर इसे शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा है हूल विद्रोह के वंशज जो ब्रेन टीवी से ग्रसित है इनके इलाज के लिए सड़क पर चंदा इक्कठा करना दुखद विषय है. उन्होंने इस मामले पर सीएम से संज्ञान लेने की अपील की है. इस पर उनके वंशज मंडल मुर्मू ने कहा कि पिछले दो साल से छोटा मंडल मुर्मू ब्रेन टीबी से ग्रसित है. अपने स्तर से इलाज कराने की बहुत कोशिश की, जमीन गिरवी रखकर कई प्रतिष्ठित लोगों से मदद मांगी गई लेकिन सबने हाथ खड़े कर दिए तो मजबुरन सड़क पर उतरकर चंदा इक्कठा करना पड़ा. जिला प्रशासन के आलाधिकारियों ने उनसे आकर मुलाकात की है और दिल्ली में इलाज कराने की बात कही है.