साहिबंगज: जिले में मूर्ति विसर्जन से गंगा नदी दूषित हो रही है. जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से गंगा में जलीय जीव को नुकसान पहुंच सकता है. नमामि गंगे योजना के तहत गंगा नदी को स्वच्छ, निर्मल और शुद्व रखने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि गंगा में साबुन, गंदा पदार्थ न फेंके, मृत जानवर को नहीं बहायें. गंगा की साफ-सफाई रोजाना मशीन से कराई जा रही है, लेकिन इस वर्ष पूजा काल में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही गंगा नदी के प्रति दिख रहा है.
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जिला प्रशासन और नगरपालिका की लापरवाही
इस वर्ष जिला प्रशासन और नगरपालिका की लापरवाही साफ-साफ नजर आ रही है. इस लापरवाही का खामियाजा जलीय जीव पर पड़ेगा. पिछले साल साहिबगंज और राजमहल अनुमंडल के विसर्जन वाले कई घाटों पर गंगा के किनारे बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई थी, लोगों की आस्था को देखते हुए विसर्जन के बाद तुरंत जेसीबी से मूर्तियों को निकाल लिया जाता था. ताकि मूर्ति से निकलने वाला कैमिकल जल में न घुले. लेकिन इस वर्ष जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही गंगा किनारे दिख रही है.