साहिबगंजः जिले में गंगा का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार सुबह उफन रही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया. इस बीच दियरा और कई शहरी क्षेत्रों में नदी का पानी घरों में घुस गया है. इससे सहमे लोग अपने परिवार और मवेशियों को साथ लेकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने लगे है. इसी के साथ लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
सीडब्ल्यूसी ( केंद्रीय जल आयोग) के आंकड़ों के अनुसार सुबह 8 बजे तक साहिबगंज में गंगा 26.59 मीटर के निशान के पास से बह रही थीं जो खतरे के निशान के करीब है. आयोग का अनुमान है कि गंगा में जल स्तर में वृद्धि का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो जल्द ही यह खतरे के निशान को पार कर जाएंगी. इससे जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
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जिले में खतरे का निशान 27.25 मीटर है और वार्निंग लेवल 26.25 मीटर है. इधर गंगा का जल स्तर वार्निंग लेवल को पार कर 26.59 मीटर पर पहुंच गया है जो वार्निंग लेवल से 0.34 मीटर ऊपर है. वहीं नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज 0.66 मीटर ही नीचे है. गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से आसपास के इलाकों में खौफ का माहौल है. उफन रही गंगा के कहर से बचने के लिए घबराए दियरा क्षेत्र के लोग अपने परिजनों और मवेशियों को लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुचने लगे हैं. दियरा इलाके में पानी घरों में भी घुसने लगा है. गंगा के पास के शहरी इलाकों का भी ऐसा ही हाल है. लोगों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
बक्सर में गंगा का जलस्तर स्थिर
जानकारी के मुताबिक बक्सर में गंगा का जलस्तर फिलहाल स्थिर है, जबकि पटना, हाथीदा, मुंगेर, भागलपुर , कहलगांव, साहिबगंज और फरक्का में नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारप है. पूर्वानुमान है कि शनिवार सुबह 6 बजे तक गंगा का जलस्तर 26.68 मीटर तक पहुंच सकता है.