साहिबगंज: जिले में लगातार बारिश और यूपी-बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से साहिबगंज में उत्तर वाहिनी गंगा नदी उफान पर है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार करते हुए खतरे की निशान तक पहुंच गया है. हालांकि तीन दिनों से गंगा के जलस्तर में थोड़ी बहुत गिरावट हुई है. वार्निंग लेवल को पार करते ही गंगा का पानी निचले इलाकों में घुसने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
किसानों का फसल बर्बाद
जिले में मालगोदाम के उत्तर दिशा में हजारों बीघा में लगे सब्जी का फसल गंगा का गाल में समा गया. किसान खेतों में लगे सब्जियों को तोड़ पाता तब तक खेतों में पानी भर गया. खेत में लगे सब्जी नेनुवा, लौकी, भिंडी, टमाटर, मिर्ची, कद्दू सड़ गया है. जिससे किसानों में काफी मायूशी है. किसानों को चिंता सता रही है कि वो महाजन से कर्ज लेकर खेती किए थे, जो अब बर्बाद हो गया है. इन किसानों को अब घर चलाने की भी चिंता सताने लगी है. किसानों का कहना है कि इस हालात में अगर सरकार मदद नहीं करती है तो भीख मांगकर पेट भरना पड़ेगा. वहीं जिला पदाधिकारी ने कहा कि दियरा इलाके में सर्वे का काम चल रहा है, सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया है की जिन किसान का मकई और सब्जी सहित अन्य फसल डूब गया है उसकी रिपोर्ट पेश करें. जिससे आपदा विभाग से मुवावजा दिलाया जा सके.
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गंगा का जलस्तर पर एक नजर
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार साहिबगंज में गंगा का खतरे की निशान 27.25 मीटर तक है. वहीं वार्निंग लेवल 26.25 मीटर है. सीडब्ल्यूसी के आज के रिपोर्ट के अनुसार जलस्तर 26.72 मीटर है. गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार करते हुए खतरे की निशान से 00.53 सेमी नीचे से बह रही है. बक्सर से फरक्का तक गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. मुंगेर, भागलपुर, साहिबगंज और फरक्का तक गंगा स्थिर है. पूर्वानुमान के 24 जुलाई तक गंगा का जलस्तर 26.75 मीटर तक पहुंच जाएगी.