साहिबगंज: मानसून शुरु होने के साथ गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है. पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 0.54 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है. केंद्रीय जल आयोग (central water commission) के अनुसार बुधवार को सुबह के छह बजे तक गंगा का जलस्तर 23.04 मीटर मापा गया है. वहीं मंगलवार को 22.50 मीटर मापा गया था. गुरुवार को भी गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का अनुमान है. क्योंकि बक्सर से लेकर साहिबगंज तक गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी है, वहीं फरक्का में गंगा नदी स्थिर है. साहिबगंज में चेतावनी का निशान 26.25 और खतरे का निशान 27.25 मीटर है. इसके साथ ही संभावित बाढ़ को लेकर सीडब्ल्यूसी पूर्वानुमान भी जारी करेगा.
मानसून में वर्षा से गंगा का जलस्तर में बढ़ोतरी शुरु हो जाती है. गंगा नदी या कोशी नदी सहित अन्य नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव शुरु होने लगा है. वहीं कोशी नदी का पानी बढ़ने से गंगा नदी में बढ़ोतरी होने लगता है. सीडब्ल्यूसी के अनुसार कोशी नदी के अंतर्गत सुपौल, खगड़िया और कटिहार जिला में पानी बढ़ने लगा है. सुपौल के बसुआ में पानी खतरे का निशान 47.75 को पार करते हुए मंगलवार को 48.51 तक पहुंच चुकी है. वहीं खगड़िया में कोशी नदी चेतावनी के निशान को पार करते हुए 33.15 मीटर तक पहुंच चुकी है. कटिहार स्थित कुरसेला में कोशी नदी 25.63 मीटर तक पहुंच चुकी है.
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीण चिंतित हैं. इसको लेकर ग्रामीण ने कहा कि गंगा नदी का जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रहा है, अगर यही स्थिति रही तो आने वाले कुछ दिनों में पूरा दियारा क्षेत्र जलमग्न हो जाएगा. दियरा क्षेत्र में रहने वाले लोग और मवेशी का चारा गंगा में डूब जाएगा. जिला प्रशासन को अभी से सतर्क होकर इस दिशा में कदम उठाना चाहिए ताकि समय से पूर्व होने वाले क्षति को बचाया जा सके.