साहिबगंजः जिला में मिर्जाचौकी से लेकर राजहमल तक एनएच 80 का निर्माण के तहत सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है. भूमि अधिग्रहण में जिन लोगों का घर या फसल आ रहा है, उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है. लेकिन पान की खेती करने वाले किसानों को ज्यादा परेशानी होने लगी है.
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जिला प्रशासन की ओर से शुरुआती दौर में पान का मुआवजा बहुत कम दिया जा रहा था, जिससे किसान मायूस हो चुके थे. किसान लगातार उपायुक्त से मिलकर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया. किसानों ने कहा कि एक बार पान की खेती करने पर तीसरे साल किसानों को फायदा मिलता है. फसल लगाने और सिंचाई में लाखों रुपया खर्च हो जाता है. ऐसे में प्रशासन की मदद नहीं मिली तो किसान कर्ज में डूब जाएंगे.
जिला प्रशासन ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए एक कमिटी बनाई, जिसमे कृषि विभाग, कृषि वैज्ञानिक और उद्यान विभाग के अधिकारियों को शामिल किया. यह कमिटी किसान की पान की खेती की जांच करेगी, पान की आयु, किसान का मेहनताना सहित कई बिंदुओं पर जांच कर जिला प्रशासन को सौपेंगी. रिपोर्ट के आधार ही किसान को मुआवजा दिया जाएगा.