साहिबगंजः शहर के वृद्धा आश्रम में नवनिर्मित शौचालय का टंकी गायब है. जानकर हैरानी जरूर होगी लेकिन इसमें भवन निर्माण विभाग और प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. क्योंकि नया शौचालय तो बना दिया. लेकिन ठेकेदार ने सेप्टिक टैंक का निर्माण ये कहकर नहीं कराया कि टैंक निर्माण के एस्टिमेट में नहीं था. इसको लेकर विभाग की ओर से कार्रवाई करने की तैयारी में है.
बुजुर्गों से मजाक
जिला में एक मात्र बृद्धा आश्रम है इस आश्रम में 24 अनाथ, बेसहारा बुजुर्ग हैं. जहां लोग गाहे-बगाहे अपनी खुशी का इजहार इस आश्रम में करने आते हैं लोग अपना बर्थडे इनके साथ मनाते हैं. ठंड के दिनों में इनके बीच कंबल वितरण करते हैं. सरकारी स्तर पर इन बुजुर्गों के लिए बने शौचालय में मजाक किया गया. आश्रम में जिला प्रशासन की पहल पर शौचालय बनाया गया ताकि बुजुर्गों को राहत मिले. लाखों रुपए की लागत से बाथरूम और कमोड सहित सिंपल सीट का शौचालय तो बनाया गया लेकिन इनका अपशिष्ट पदार्थ और बाथरूम का पानी के लिए टंकी नहीं बनाया गया. जिससे इस आश्रम में रह रहे बुजुर्गों को प्रतिदिन परेशानी होती है. आश्रम में रह रहे बुजुर्गों का कहना है कि पहले वाला शौचालय का टंकी भर गया है 24 लोगों को लिए यह पर्याप्त नहीं है. कई लोग जंगल में भी चले जाते है. अभी नया शौचालय बना लेकिन टंकी नहीं बनने से बेकार पड़ा हुआ है, ताला लगा रहता है. आखिर किस काम का यह शौचालय बनाया गया. जिस उद्देश्य से यह बनाया गया है जो बेकार हो गया है.
क्या कहते हैं इंचार्ज
वृद्धा आश्रम के इंचार्ज का कहना है कि शौचालय भवन निर्माण विभाग से बनाया गया है, शौचालय का निर्माण बहुत अच्छा हुआ है, चार-चार बाथरूम और शौच का रूम बनाया गया है. 12 पिलर से यह शौचालय बनाया गया है लेकिन इस शौचालय में टंकी नहीं है. ठेकेदार से पूछा गया तो कहा कि एस्टिमेट में टंकी नहीं है तो हम कहां से बनाए. डीसी और समाज कल्याण पदाधिकारी से मिल लिखित रूप से शिकायत भी किया गया लेकिन अभी तक हल नहीं निकला.
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कार्रवाई का दिया भरोसा
उप विकास आयुक्त ने कहा कि वृद्धाश्रम में शौचालय निर्माण में गड़बड़ी जरूर हुई है ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि शौचालय निर्माण के साथ-साथ टंकी का भी प्रावधान होता है. ईटीवी भारत के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है मैं खुद निरीक्षण कर इस समस्या का हल निकलता हूं. जिला का एकमात्र वृद्धाश्रम है जहां बेसहारा बुजुर्ग रहते हैं, उनका तमाम सुविधा का ख्याल रखा जाएगा.