साहिबगंज: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में डायरिया से तीन पहाड़िया समुदाय के लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है. डायरिया से पीड़ित बाकी सभी मरीजों का जिला प्रशासन की देख रेख में इलाज कराया जा रहा है. एडीसी और सीएस अपनी टीम के साथ कैंप कर रहे हैं. इस बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट कर जिला प्रशासन से लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराने को कहा है. बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीट में सीएम हेमंत सोरेन और मंत्री बन्ना गुप्ता को भी टैग किया है.
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वहीं उपायुक्त राम निवास यादव ने ट्वीट कर आश्वासन दिया है कि अब डायरिया से जिले में कोई मौत नहीं होगी. सभी की इलाज की पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन लेगा. बता दें कि डायरिया से तीन लोगों की मौत हो गई है. जिसमें दो भाई-बहन हैं. वहीं करीब 10 लोग अब भी डायरिया से पीड़ित हैं. जिनका बरहेट अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. डीसी राम निवास यादव ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर सभी मरीजों को जिला सदर अस्पताल भी ले जाया जाएगा.
शनिवार को एडीसी विनय मिश्रा, सीएस अरविंद कुमार और बरहेट बीडीओ समेत स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे दिन इलाके में कैंप करती दिखी. सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि डायरिया के प्रकोप से सभी लोग सुरक्षित हैं. सभी की स्थिति सामान्य है.
अंधविश्वास के कारण गई तीनों ग्रामीणों की जान: स्वास्थ्य टीम ने पाया कि अंधविश्वास के कारण ग्रामीण काफी दिनों से झाड़ फूंक में फंसे हुए थे और वे किसी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज नहीं करा रहे थे. यही कारण था कि समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण इन ग्रामीणों की मौत हो गयी. डायरिया से मौत की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और तत्काल उपायुक्त राम निवास यादव के निर्देशानुसार सुबह से ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रखंड और जिला स्तर टीम केतला टोला पहुंची, जहां उन्होंने मेडिकल टीम तैनात कर ग्रामीणों की स्क्रीनिंग की और दवा आदि उपलब्ध कराया. पिछले दो दिनों से स्वास्थ्य विभाग मेडिकल कैंप लगाकर स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग करते हुए आवश्यक दवाएं उपलब्ध करा रहा है.