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कोरोना पर भारी पड़ी भूख, लॉकडाउन के कारण मजदूरों के लिए गुजारा करना मुश्किल - लॉकडाउन के कारण मजदूरों के लिए गुजारा करना मुश्किल

कोरोना जैसी महामारी के रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 3 सप्ताह तक लॉकडाउन करने की घोषणा की है. जिसका जिला प्रशासन सख्ती से पालन कर रहा है और लोग भी अमल कर रहे हैं.

Difficult to live for laborers Due to lockdown in sahibganj
मजदूरों के लिए गुजारा करना मुश्किल
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Published : Mar 30, 2020, 11:50 PM IST

साहिबगंज: कोरोना जैसी महामारी के रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 3 सप्ताह तक लॉकडाउन करने की घोषणा की है. जिसका जिला प्रशासन सख्ती से पालन कर रहा है और लोग भी अमल कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

अब धीरे-धीरे मजदूरों को भूख की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. घर में आज कई दिनों से बैठने के बाद अनाज और पैसा खत्म हो चुका है और अब मजदूरी करने को विवश हैं. शहर में काम बंद होने से अब मजदूरी करने दियारा की तरह रुख करने लगे हैं, चूंकी अभी रबी फसल कटने का समय है इसलिए अब मजदूर गेहूं कटाई कर अपना किसी तरह जीविका चलाने को मजबूर हैं.

यह भी पढ़ें: कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने RIMS का किया निरीक्षण, कहा-अब शिकायत नहीं, होगा समाधान

मजदूरों का कहना है कि अभी स्थिति ऐसी आ गई है कि घर में खाने को अनाज नहीं है. पास में जो नकद पैसा था वह भी खत्म हो चुका है. सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिल रहा है. वहीं, जिला उपायुक्त वरुण रंजन कोरोना जैसी महामारी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं और लोगों को तमाम सुविधा होम डिलीवरी से पहुंचाने का दावा कर रहे हैं. उपायुक्त ने कहा कि दूध, राशन, गैस सिलेंडर होम डिलीवरी किए जा रहा हैं. लोगों से अपील है कि घर में रहें और सुरक्षित रहें.

साहिबगंज: कोरोना जैसी महामारी के रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 3 सप्ताह तक लॉकडाउन करने की घोषणा की है. जिसका जिला प्रशासन सख्ती से पालन कर रहा है और लोग भी अमल कर रहे हैं.

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अब धीरे-धीरे मजदूरों को भूख की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. घर में आज कई दिनों से बैठने के बाद अनाज और पैसा खत्म हो चुका है और अब मजदूरी करने को विवश हैं. शहर में काम बंद होने से अब मजदूरी करने दियारा की तरह रुख करने लगे हैं, चूंकी अभी रबी फसल कटने का समय है इसलिए अब मजदूर गेहूं कटाई कर अपना किसी तरह जीविका चलाने को मजबूर हैं.

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मजदूरों का कहना है कि अभी स्थिति ऐसी आ गई है कि घर में खाने को अनाज नहीं है. पास में जो नकद पैसा था वह भी खत्म हो चुका है. सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिल रहा है. वहीं, जिला उपायुक्त वरुण रंजन कोरोना जैसी महामारी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं और लोगों को तमाम सुविधा होम डिलीवरी से पहुंचाने का दावा कर रहे हैं. उपायुक्त ने कहा कि दूध, राशन, गैस सिलेंडर होम डिलीवरी किए जा रहा हैं. लोगों से अपील है कि घर में रहें और सुरक्षित रहें.

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