साहिबगंज: गंगा दशहरा (Sahibganj on Ganga Dussehra) के अवसर पर जिला के कई गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. सुबह से ही लोगों का तांता गंगा घाटों पर देखा गया. गंगा दशहरा में पूजा पाठ को लेकर शहर के मुक्तेश्वर गंगा घाट पर बच्चे बूढ़े, महिला, पुरुष गंगा स्नान कर दान पुण्य करते नजर आए. गंगा स्नान करने के बाद गंगा में आम सहित अन्य फलों को प्रवाहित कर पुण्य का भागी बन रहे हैं. सुहागिन महिला एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सदा सुहागन रहने की कामना की.
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साहिबगंज में गंगा स्नान के लिए पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्य के साथ साथ दुमका, गोड्डा सहित जिला और कई क्षेत्रों से श्रद्धालु गंगा स्नान करने को लेकर (devotees holy dip in Ganga) आए हुए हैं. पश्चिम बंगाल के रानीगंज से पहुंचे श्रद्धालु ने बताया कि पिछले 5 साल से वो गंगा स्नान के लिए साहिबगंज पहुंच रहे हैं. उन्होंने बताया कि गंगा स्नान का अपना एक अलग महत्व है, यहां स्नान ध्यान करके बहुत ही अच्छा लगता है. इसके अलावा इस तरह के पावन अवसर पर स्नान करने के बाद मन तृप्त हो जाता है. साथ ही मां गंगा के आशीर्वाद से हमारी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और घर परिवार में सुख शांति आती है.
ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां गंगा भगवान शंकर की जटा से धरती पर अवतरित हुई थीं. महर्षि भागीरथी ने मां गंगा को तपस्या कर भगवान शंकर से वरदान के स्वरूप मांगा था ताकि धरती पर मानव कल्याण हो सके. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने के बाद दान पुण्य करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है.