साहिबगंज: नमामि गंगे योजना के तहत केंद्र की ओर से गंगा नदी में अब प्रदूषण मापने का यंत्र लगाया जा रहा है. इसे लगाने का एक ही मकसद है गंगा की शुद्धता और दूषित होने की मात्रा के बारे में जानकारी मिल सके. गंगा के जल की गुणवत्ता को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार इस पर विचार करेगी कि इसे स्वच्छ कैसे रखें और दूषित होने से कैसे बचा जा सकें.
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पानी को फिल्टर कर गंगा में किया जाएगा प्रवाहित
गंगा को अविरल शुद्ध रखने के लिए करोड़ों की लागत से सीवरेज सिस्टम डेवलप किया गया है. शहर के गंदे पानी को फिल्टर कर गंगा में प्रवाहित किया जाएगा. साथ ही अपशिष्ट पदार्थ को खाद के रूप में विकसित किया जाएगा. नमामि गंगा योजना के तहत जिला के सभी घाटों पर गंगा घाट का निर्माण कराया गया है लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है. फिर भी गंगा की शुद्धता की जांच के लिए और गंगा नदी में यंत्र लगाया जा रहा है ताकि गंगा के पानी की शुद्धता का पता लग सके.