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कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा किया दीपदान, चंद्र ग्रहण पर सूतक से पूर्व स्नान के लिए उमड़ी भीड़

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Published : Nov 8, 2022, 4:11 PM IST

साहिबगंज में कार्तिक पूर्णिमा 2022 (Kartik Purnima 2022) मंगलवार को मनाई जा रही है. पूर्णिमा पर स्नान के लिए आज जिले के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर दीपदान भी किया.

Deepdan in Sahibganj
साहिबगंज में गंगा स्नान

साहिबगंज: कार्तिक माह हिंदू धर्मावलंबियों के लिए पवित्र महीना है. इस महीने में दिवाली से देव दीपावली तक के पर्व त्योहार पड़ते हैं. इस दिन गंगा स्नान की परंपरा है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान का फल साल भर गंगा स्नान के बराबर होता है. इसी कड़ी में मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा 2022 (Kartik Purnima 2022) पर साहिबगंज गंगा घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने दीपदान भी किया. इस दिन साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 2022 भी लग रहा है, जिसका सूतक काल सुब 9.21 बजे से शुरू हो गया. इससे पहले गंगा स्नान के लिए साहिबगंज के गंगा घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ी.

ये भी पढ़ें-गुरु नानक देव का 553वां प्रकाश पर्व, सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यवासियों को दी शुभकामनाएं

गंगा स्नान के लिए सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु शहर के मुक्तेश्वर गंगा घाट, चानन घाट, ओझा टोली घाट, फेरी सेवा घाट, शकुंतला सहाय घाट, अनुमंडल घाट के सूर्यदेव घाट पर उमड़ने लगे थे. श्रद्धालुओं ने सुबह गंगा नदी में दीप जलाकर गंगा में दीपदान किया. लोगों ने स्नान करने के बाद गंगा किनारे पूजा अर्चना भी की. कुछ महिलाओं की टोली ने ढोल, कृपाल, झाल के साथ नाच गाकर तुलसी की पूजा गंगा किनारे की. इस दौरान हवन भी किया गया.

देखें पूरी खबर

कार्तिक पूर्णिमा पर तीर्थों जैसी भीड़ साहिबगंज में दिखी. हर शख्स स्नान करने के बाद दान पुण्य करता नजर आया. हर दिन की अपेक्षा दान प्राप्त करने वालों की संख्या अधिक गंगा किनारे दिखी. श्रद्धालु मंदिरों में सूतक लगने से पहले पूजा करने में व्यस्त रहे. इस अवसर पर समग्र गंगा समिति की तरफ से लोगों को जागरूक किया जा रहा था कि गंगा नदी को गंदा न करें, घुलनशील पदार्थ को बाहर फेंका जाए. लोगों से बार बार अपील की जा रही थी. इस अवसर पर दीपांशु, अभिदीप, सुमित, शेखर कुमार, हर्षित कुमार, विवेक कुमार, अभिनाश कुमार उपस्थित थे.

एक श्रद्धालु डोली देवी ने कहा कि कार्तिक माह हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. इस महीने में सात्विक आचरण पर ध्यान रहता है. पूरे माह लहसुन प्याज नहीं खाया जाता. आज का दिन बहुत खास है. आज पूजा अर्चना कर देवी देवताओं को नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. सुबह ही परिवार संग पहुंच गए थे. लेकिन भीड़ इतनी अधिक है कि बारी का इंतजार कर रही हूं.


पुरोहित प्रमोद पांडे ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का अलग महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था. सारे देवी देवताओं का निवास पृथ्वी पर होता है. आज ही सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव की भी जयंती है. सिख समुदाय के लोग इस दिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाते है. मंगलवार को चन्द्र ग्रहण भी लग रहा है. ऐसा संयोग बहुत कम देखने को मिलता है. गंगा में स्नान करने के बाद पूजा पाठ करने से लोगों को शांति मिलती है. गंगा स्नान करने के साहिबगंज जिले के हर प्रखंड से लोग पहुंच रहे हैं.

साहिबगंज: कार्तिक माह हिंदू धर्मावलंबियों के लिए पवित्र महीना है. इस महीने में दिवाली से देव दीपावली तक के पर्व त्योहार पड़ते हैं. इस दिन गंगा स्नान की परंपरा है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान का फल साल भर गंगा स्नान के बराबर होता है. इसी कड़ी में मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा 2022 (Kartik Purnima 2022) पर साहिबगंज गंगा घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने दीपदान भी किया. इस दिन साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 2022 भी लग रहा है, जिसका सूतक काल सुब 9.21 बजे से शुरू हो गया. इससे पहले गंगा स्नान के लिए साहिबगंज के गंगा घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ी.

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गंगा स्नान के लिए सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु शहर के मुक्तेश्वर गंगा घाट, चानन घाट, ओझा टोली घाट, फेरी सेवा घाट, शकुंतला सहाय घाट, अनुमंडल घाट के सूर्यदेव घाट पर उमड़ने लगे थे. श्रद्धालुओं ने सुबह गंगा नदी में दीप जलाकर गंगा में दीपदान किया. लोगों ने स्नान करने के बाद गंगा किनारे पूजा अर्चना भी की. कुछ महिलाओं की टोली ने ढोल, कृपाल, झाल के साथ नाच गाकर तुलसी की पूजा गंगा किनारे की. इस दौरान हवन भी किया गया.

देखें पूरी खबर

कार्तिक पूर्णिमा पर तीर्थों जैसी भीड़ साहिबगंज में दिखी. हर शख्स स्नान करने के बाद दान पुण्य करता नजर आया. हर दिन की अपेक्षा दान प्राप्त करने वालों की संख्या अधिक गंगा किनारे दिखी. श्रद्धालु मंदिरों में सूतक लगने से पहले पूजा करने में व्यस्त रहे. इस अवसर पर समग्र गंगा समिति की तरफ से लोगों को जागरूक किया जा रहा था कि गंगा नदी को गंदा न करें, घुलनशील पदार्थ को बाहर फेंका जाए. लोगों से बार बार अपील की जा रही थी. इस अवसर पर दीपांशु, अभिदीप, सुमित, शेखर कुमार, हर्षित कुमार, विवेक कुमार, अभिनाश कुमार उपस्थित थे.

एक श्रद्धालु डोली देवी ने कहा कि कार्तिक माह हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. इस महीने में सात्विक आचरण पर ध्यान रहता है. पूरे माह लहसुन प्याज नहीं खाया जाता. आज का दिन बहुत खास है. आज पूजा अर्चना कर देवी देवताओं को नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. सुबह ही परिवार संग पहुंच गए थे. लेकिन भीड़ इतनी अधिक है कि बारी का इंतजार कर रही हूं.


पुरोहित प्रमोद पांडे ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का अलग महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था. सारे देवी देवताओं का निवास पृथ्वी पर होता है. आज ही सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव की भी जयंती है. सिख समुदाय के लोग इस दिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाते है. मंगलवार को चन्द्र ग्रहण भी लग रहा है. ऐसा संयोग बहुत कम देखने को मिलता है. गंगा में स्नान करने के बाद पूजा पाठ करने से लोगों को शांति मिलती है. गंगा स्नान करने के साहिबगंज जिले के हर प्रखंड से लोग पहुंच रहे हैं.

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