ETV Bharat / state

पल्स पोलियो की एक तस्वीर पर डीसी ने लिया क्रेडिट, पोल खुली तो जताया खेद - साहिबगंज में पोलियो वैक्‍सीनेशन

योजनाओं पर वाहवाही लूटने की रेस में नेताओं के साथ अधिकारी भी कूद पड़े हैं. आपने अक्सर जनप्रतिनिधियों के बीच क्रेडिट लेने की राजनीति देखी होगी. लेकिन झारखंड के एक जिले के डीसी पल्स पोलियो अभियान को लेकर कई कदम आगे निकल गए. हालांकि जब पोल खुली तो उन्होंने खेद प्रकट किया.

पल्स पोलियो
पल्स पोलियो
author img

By

Published : Oct 7, 2021, 2:40 PM IST

Updated : Oct 7, 2021, 4:15 PM IST

साहिबगंजः देश में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से प्रभावित हुए पोलियो वैक्‍सीनेशन को एक बार फिर रफ्तार दी जा रही है. इसी कड़ी में कई राज्यों में बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई जा रही है. झारखंड में भी पोलियो वैक्‍सीनेशन किया गया. बीते दिनों पल्स पोलियो से संबंधित एक तस्वीर काफी चर्चा में रही. इस तस्वीर को पहले तो साहिबगंज का बताया गया लेकिन मामला कुछ और निकला.

ये भी पढ़ें-पल्स पोलियो अभियानः एक तस्वीर, कई कहानी

साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव ने 27 सितंबर को ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर की. इसमें एक तस्वीर काफी चर्चा का विषय बन गई. इस तस्वीर में बाढ़ के बीच एक पिता अपने दूधमुंहे बच्चे को पतीले में लेकर पल्स पोलियो की वैक्सीन लेने आया था. डीसी के ट्वीट के बाद कई मीडिया हाउस ने भी खबर बनाई और इस कदम की सराहना की. लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि ये तस्वीर वास्तव में साहिबगंज की है ही नहीं.

पल्स पोलियो
साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव का ट्वीट

खेद जताकर हटाया ट्वीट

गलत तस्वीर शेयर होने की जानकारी मिलने के बाद डीसी रामनिवास यादव ने खेद जताया और ट्विटर से ट्वीट को डिलीट कर दिया. इस मुद्दे पर डीसी रामनिवास यादव ने ईटीवी भारत की टीम को फोन पर बताया कि उन्हें तस्वीर के बारे में दूसरे दिन पता चला. उन्हें जानकारी मिली कि वह तस्वीर पश्चिम बंगाल की है. इसके बाद उन्होंने ट्वीट हटा लिया. इसके साथ ही डॉक्टर अमित को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

पल्स पोलियो
तस्वीर साभार आनंद बाजार डॉट कॉम, इसी पोर्टल ने तस्वीरों की सीरीज प्रकाशित कर सही स्थान की जानकारी दी.

डॉ अमित को शो कॉज

दरअसल, डॉक्टर अमित ने अधिकारियों के एक वॉट्सअप ग्रुप में पल्स पोलियो अभियान की तस्वीर भेजी थी. उसी वॉट्सअप ग्रुप से तस्वीर लेकर डीसी रामनिवास यादव ने ट्वीट किया और फिर वह तस्वीर मीडिया की सुर्खियां बन गई. इस गड़बड़ी का पता चलते ही डीसी रामनिवास यादव ने कार्रवाई की है. डॉ. अमित को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद डीसी छुट्टी पर राजस्थान चले गए हैं.

  • The amazing grit of HCW in reaching out to the last man

    Pulse polio immunisation at Sunderbans delta. HCW working tirelessly in waterlogged zones.

    Public health resilient stories from hinterland

    Photo by @IddocYogiraj pic.twitter.com/vZRc2IBYl7

    — Dr Pooja Tripathi (@Pooja_Tripathii) September 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या है पूरा मामला

साहिबगंज में पोलियो वैक्‍सीनेशन के दौरान 27 सितंबर को एक तस्वीर सामने आई. इस तस्वीर को जिले के बाढ़ प्रभावित मंडरो प्रखंड के सिरसा गांव का बताया गया. प्रशासन की ओर से दावा किया गया कि तमाम कठिनाई के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम दूरदराज में पहुंचकर टीकाकरण कर रही है. तस्वीर में एक पिता अपने बच्चे को पतीले में रखकर बाढ़ में दूर गांव से सिर पर ढोकर पोलियो की खुराक दिलवाने लाया था. लेकिन हकीकत में वह तस्वीर पश्चिम बंगाल के सुंदर वन की थी, जिसे साहिबगंज का बताकर क्रेडिट लेने की कोशिश की गई.

साहिबगंजः देश में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से प्रभावित हुए पोलियो वैक्‍सीनेशन को एक बार फिर रफ्तार दी जा रही है. इसी कड़ी में कई राज्यों में बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई जा रही है. झारखंड में भी पोलियो वैक्‍सीनेशन किया गया. बीते दिनों पल्स पोलियो से संबंधित एक तस्वीर काफी चर्चा में रही. इस तस्वीर को पहले तो साहिबगंज का बताया गया लेकिन मामला कुछ और निकला.

ये भी पढ़ें-पल्स पोलियो अभियानः एक तस्वीर, कई कहानी

साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव ने 27 सितंबर को ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर की. इसमें एक तस्वीर काफी चर्चा का विषय बन गई. इस तस्वीर में बाढ़ के बीच एक पिता अपने दूधमुंहे बच्चे को पतीले में लेकर पल्स पोलियो की वैक्सीन लेने आया था. डीसी के ट्वीट के बाद कई मीडिया हाउस ने भी खबर बनाई और इस कदम की सराहना की. लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि ये तस्वीर वास्तव में साहिबगंज की है ही नहीं.

पल्स पोलियो
साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव का ट्वीट

खेद जताकर हटाया ट्वीट

गलत तस्वीर शेयर होने की जानकारी मिलने के बाद डीसी रामनिवास यादव ने खेद जताया और ट्विटर से ट्वीट को डिलीट कर दिया. इस मुद्दे पर डीसी रामनिवास यादव ने ईटीवी भारत की टीम को फोन पर बताया कि उन्हें तस्वीर के बारे में दूसरे दिन पता चला. उन्हें जानकारी मिली कि वह तस्वीर पश्चिम बंगाल की है. इसके बाद उन्होंने ट्वीट हटा लिया. इसके साथ ही डॉक्टर अमित को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

पल्स पोलियो
तस्वीर साभार आनंद बाजार डॉट कॉम, इसी पोर्टल ने तस्वीरों की सीरीज प्रकाशित कर सही स्थान की जानकारी दी.

डॉ अमित को शो कॉज

दरअसल, डॉक्टर अमित ने अधिकारियों के एक वॉट्सअप ग्रुप में पल्स पोलियो अभियान की तस्वीर भेजी थी. उसी वॉट्सअप ग्रुप से तस्वीर लेकर डीसी रामनिवास यादव ने ट्वीट किया और फिर वह तस्वीर मीडिया की सुर्खियां बन गई. इस गड़बड़ी का पता चलते ही डीसी रामनिवास यादव ने कार्रवाई की है. डॉ. अमित को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद डीसी छुट्टी पर राजस्थान चले गए हैं.

  • The amazing grit of HCW in reaching out to the last man

    Pulse polio immunisation at Sunderbans delta. HCW working tirelessly in waterlogged zones.

    Public health resilient stories from hinterland

    Photo by @IddocYogiraj pic.twitter.com/vZRc2IBYl7

    — Dr Pooja Tripathi (@Pooja_Tripathii) September 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या है पूरा मामला

साहिबगंज में पोलियो वैक्‍सीनेशन के दौरान 27 सितंबर को एक तस्वीर सामने आई. इस तस्वीर को जिले के बाढ़ प्रभावित मंडरो प्रखंड के सिरसा गांव का बताया गया. प्रशासन की ओर से दावा किया गया कि तमाम कठिनाई के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम दूरदराज में पहुंचकर टीकाकरण कर रही है. तस्वीर में एक पिता अपने बच्चे को पतीले में रखकर बाढ़ में दूर गांव से सिर पर ढोकर पोलियो की खुराक दिलवाने लाया था. लेकिन हकीकत में वह तस्वीर पश्चिम बंगाल के सुंदर वन की थी, जिसे साहिबगंज का बताकर क्रेडिट लेने की कोशिश की गई.

Last Updated : Oct 7, 2021, 4:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.