साहिबगंज: गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2022) के पावन अवसर पर बुधवार सुबह गंगा स्नान करने के लिए साहिबगंज में गंगा नदी तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. जिला के मुक्तेश्वर गंगा घाट (Mukteshwar Ganga Ghat of Sahibganj) पर महिला, पुरुष सेमत बच्चे भी स्नान कर पूजा करते हुए नजर आए. सुबह से उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर लोग दान पुण्य करने में व्यस्त रहे. गंगा स्नान के लिए बोरियों, बरहेट, पाकुड़ और बंगाल से लोग साहिबगंज पहुंचे.
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ऐसे होती है सारी मनोकामनाएं पूरी: गंगा मान्यता के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को आषाढ़ी पूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने पहुंचे हुए हैं. गुरुओं के गुरु महादेव लोगों के इष्टदेव हैं. कहते हैं वे लोगों का जीवन का उद्धार करते हैं. मान्यता यह भी है कि आज के दिन सच्चे मन से पूजा कर अपने गुरु का ध्यान लगाने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. इस अवसर पर गंगा स्नान करने का अलग महत्व है. गंगा स्नान कर दान पुण्य करने से सारे पाप से मुक्ति मिल जाती है.
गुरु पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त: पंडित जगदीश चंद्र प्रसाद ने गुरु पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त बताया. उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा तिथि 13 जुलाई को सुबह चार बजे से शुरू होकर 14 जुलाई की रात 12 बजकर छह मिनट पर समाप्त होगी. गुरु पूर्णिमा पर प्रात: काल से ही इंद्र योग बन रहा है जो कि दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. वहीं रात 11 बजकर 18 मिनट तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा. ये दोनों ही योग मांगलिक कार्यों के लिए काफी शुभ हैं.
सनातम धर्म में गंगा स्नान का महत्व: सनातन धर्म में गंगा स्नान करना पवित्र माना गया है. सावन का महीना इस गुरु पूर्णिमा के दिन से प्रवेश कर रहा है, इस अवसर पर महिला हरी चुड़ियां पहनी हुई नजर आईं. श्रद्दालुओं की मानें तो आज का दिन सनातनियों के लिए काफी शुभ है. आज के दिन अपने गुरु का ध्यान करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. कोई बड़ा आदमी बनता है तो इसके पीछे गुरु का बहुत बड़ा हाथ रहता है. गुरु के बताए ज्ञान से हम समाज में अलग पहचान बनाते हैं. ऐसे अवसर पर अपने गुरु को सम्मान करना चाहिए.