साहिबगंजः सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सीएम के विधानसभा क्षेत्र के बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक एक लड़की को पीटते और गाली-गलौज करते नजर आए थे. मामला प्रेम-प्रसंग का है और थाना प्रभारी अपनी सारी हदें पार दी थी. वीडियो वायरल होने के साथ ही सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट पर डीजीपी को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा और सख्त हिदायत देते हुए इस मामले पर करवाई करने की बात कही. डीजीपी ने कर्रवाई करते हुए थाना प्रभारी को ससपेंड कर लाइन हाजिर किया. मंगलवार की शाम तक बरहरवा डीएसपी को आदेश की रिपोर्ट सौंप दी गई.
डीएसपी के नेतृत्व में चार सदस्य टीम ने दोनों पक्ष का बयान सुना और अपनी रिपोर्ट में सही पाया और डीजीपी को ईमेल से रिपोर्ट फाइल कर दिया. जिसके बाद डीजीपी ने थानेदार को दोषी मानते हुए ट्विटर पर एक बार फिर लिखा. डीजीपी की बनी कमिटी को आदेश दिया की बरहेट थाने में ही थानेदार के खिलाप क्रिमिनल केस के तहत एफआईआर दर्ज करें और 24 घंटे के अंदर स्पीडी ट्रायल के तहत केस का रिजल्ट दें.
डीजीपी ने अपने ट्वीट पर यह भी कहा कि झारखंड पुलिस महिलाओं की प्रतिष्ठा उनके सम्मान को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार या आपराधिक कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. महिलाओं को प्रताड़ित करने वाला कोई भी हो चाहे वह पुलिस ऑफिसर ही क्यों न हो उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
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विवादित रहा है थाना प्रभारी का करियर
आरोपी हरीश पाठक का करियर विवादित रहा है. पलामू के बकोरिया मुठभेड़ पर सवाल उठाने के बाद चर्चा में आए हुए थे. हरीश पाठक पर जामताड़ा थाने में हिरासत में मिनहाज अंसारी से मारपीट करने का आरोप की पुष्टि हो चुकी है. जिसमें मिन्हाज अंसारी की मौत हो गई थी, जिसमें इंस्पेक्टर हरीश पाठक दोषी मिले थे. इस मामले में हरीश पाठक की गर्दन अभी फंसी हुई है. वहीं साहिबगंज में पिछले दिनों अपह्रत व्यवसायी की खोजबीन के क्रम में बरहेट के दुगुबथान जंगल गए थे. जिसमें एएसआई चंद्रयान सोरेन के पेट में गोली लगी और जांच के बाद रांची के मेडिका हॉस्पिटल में मौत हो गयी थी. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने भी सवाल खड़ा किया था और सीबीआई जांच की मांग की थी.