साहिबगंजः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का साहिबगंज दौरा यहां के लोगों के लिए काफी सुखद रहा. क्योंकि सीएम ने जिलावासियों को 177 करोड़ की राशि की योजनाओं की सौगात दी. शुक्रवार को भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शहीदों के गांव भोगनाडीह जाकर हूल दिवस पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया.
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साहिबगंज में हूल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भोगनाडीह में आयोजित कई कार्यक्रमों में भाग लिया. सर्वप्रथम क्रांति स्थल जहां शहीद सिदो कान्हू ने अंग्रेजी सरकार के खिलाफ आदिवासियों के बीच क्रांति का बिगुल फूंका था. उस पवित्र स्थल पर पहुंचकर सीएम ने पूजा पाठ कर पुष्पमाला अर्पित कर उन्हें नमन किया. इस मौके पर सांसद विजय हांसदा भी मौजूद रहे. सीएम ने शहीद का जन्मस्थली भोगनाडीह पहुंचकर सिदो कान्हू, चांद भैरव की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया. शहीद के वंशजों से मुलाकात की और उनकी समस्या को जाना और उनको शाल भेंट की. मुख्यमंत्री के आगमन पर शहीद के वंशजों ने सीएम के पांव पखार कर उनका स्वागत किया.
जिला के सिदो कान्हू स्टेडियम में सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सोरेन भाग लिया. यहां सीएम ने अपना भाषण संथाली भाषा में दिया. इस मौके पर उन्होंने जिलावासियों को 177 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का तोहफा दिया. इसमें 12 करोड़ का परिसंपत्ति का वितरण लाभुकों के बीच किया गया और 164 करोड़ से अधिक योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया. इस अवसर पर दो डाक्टर व अनुकंपा पर दो लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया. लाभुकों को सावित्री बाई फुले किशोरी योजना व कन्यादान योजना से लाभांवित किया.
इस अवसर पर किसानों के बीच 30 मिनी ट्रैक्टर का वितरण किया. एसएचजी महिला ग्रुप को 10 करोड़ का चेक दिया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के हाथों बाबा साहब अंबेडकर आवास की स्वीकृति दी गयी और लाभुकों को पेंशन भी दिया गया. छह पहड़िया पुरुष व महिला को देसी मक्का और बरबट्टी का बीज दिया गया. इसके अलावा सीएम हेमंत सोरेन और सांसद विजय हांसदा ने एक एक टीबी मरीज को गोद लेकर निक्षय मित्र बने, जो 6 महीने तक टीबी मरीज को पोषक किट देते रहेंगे.
हूल दिवस के अवसर पर क्रांति स्थल से क्रॉस कंट्री का आयोजन किया गया, जो भोगनाडीह पर जाकर खत्म हुआ. भारी बारिश के बीच इस दौड़ को लेकर युवाओं में काफी जोश नजर आया. इस दौड़ को उपायुक्त राम निवास यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. शुक्रवार सुबह सुबह सांसद विजय हांसदा ने कार्यकर्ताओं के साथ मशाल जुलूस निकाला, जो क्रांति स्थल से शुरू होकर शहीदों की जन्मस्थली भोगनाडीह पर समाप्त हुआ.