ETV Bharat / state

प्रसूता को नहीं मिला सरकारी वाहन, किराए की गाड़ी से जाना पड़ा घर - साहबिगंज का सदर अस्पताल बदहाल

राजमहल से एक प्रसूता इलाज कराने के लिए 108 एंबुलेंस से साहिबगंज सदर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने सीजर कर बर्थ कराया. जांच में जच्चा और बच्चा दोनो स्वस्थ हैं, जिसके बाद महिला के परिजनों ने डॉक्टरों से घर वापस जाने के लिए ममता वाहन की मांग की, जिसपर डॉक्टरों ने अस्पताल में वाहन नहीं होने की बात कही.

caesar-obstetric-woman-did-not-get-government-vehicle-facility-in-sahibganj
सदर अस्पताल का हाल बेहाल
author img

By

Published : Aug 30, 2020, 9:40 PM IST

साहिबगंज: झारखंड सरकार प्रसूति महिला को तमाम सुविधा दे रही है. वाहन से लेकर खाना-पीना, दवाई और आर्थिक सहयोग के रूप में राशि तक दिया जा रहा है, ताकि जच्चा और बच्चा सुरक्षित रहे और शिशु मृत्यु दर में कमी आए, लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था का खमियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

देखें पूरी खबर

राजमहल अनुमंडल से एक प्रसूता 108 एंबुलेंस से साहिबगंज जिला सदर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने सीजर कर बर्थ कराया. जांच में जच्चा और बच्चा दोनो स्वस्थ हैं. अस्पताल से मरीजों के जब घर जाने की बारी आई तो उसके परिजों ने अस्पताल में मौजूद डॉक्टर, नर्स से ममता वाहन की मंगा की, तो उन्होंने अस्पताल में वाहन की व्यवस्था नहीं होने की बात कही.

इसे भी पढे़ं:-पाकुड़ः साहिबगंज में जल्द बनेगा कोरोना जांच लैब, रिपोर्ट के लिए नहीं करना पड़ेगा लंबा इंतजार


परिजनों ने बताया कि 108 वाहन सिर्फ अस्पताल लाने का काम करता है, लेकिन घर पहुंचाने के लिए सरकारी ममता वाहन की व्यवस्था की जाती है, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की, जिसके बाद अंत में मरीज और बच्चा को वाहन रिजर्व कर राजमहल ले जाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाने से हम गरीबों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

साहिबगंज: झारखंड सरकार प्रसूति महिला को तमाम सुविधा दे रही है. वाहन से लेकर खाना-पीना, दवाई और आर्थिक सहयोग के रूप में राशि तक दिया जा रहा है, ताकि जच्चा और बच्चा सुरक्षित रहे और शिशु मृत्यु दर में कमी आए, लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था का खमियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

देखें पूरी खबर

राजमहल अनुमंडल से एक प्रसूता 108 एंबुलेंस से साहिबगंज जिला सदर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने सीजर कर बर्थ कराया. जांच में जच्चा और बच्चा दोनो स्वस्थ हैं. अस्पताल से मरीजों के जब घर जाने की बारी आई तो उसके परिजों ने अस्पताल में मौजूद डॉक्टर, नर्स से ममता वाहन की मंगा की, तो उन्होंने अस्पताल में वाहन की व्यवस्था नहीं होने की बात कही.

इसे भी पढे़ं:-पाकुड़ः साहिबगंज में जल्द बनेगा कोरोना जांच लैब, रिपोर्ट के लिए नहीं करना पड़ेगा लंबा इंतजार


परिजनों ने बताया कि 108 वाहन सिर्फ अस्पताल लाने का काम करता है, लेकिन घर पहुंचाने के लिए सरकारी ममता वाहन की व्यवस्था की जाती है, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की, जिसके बाद अंत में मरीज और बच्चा को वाहन रिजर्व कर राजमहल ले जाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाने से हम गरीबों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.