साहिबगंजः सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा स्नान करने के लिए जमा हुई. शहर के मुक्तेश्वर घाट और शकुंतला सहाय घाट पर लोग स्नान कर सूर्य देव की पूजा और दान-पुण्य करते नजर आए.
हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ऐसा मानना है कि सूर्य ग्रहण के बाद मात्र गंगा स्नान करने से सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है. इसके साथ ही भगवान सूर्य की पूजा करने और गरीबों के बीच दान पुण्य करने से सुख-शांति और समृद्धि की भी प्राप्ति होती है.
आज दूर-दराज क्षेत्रों से गंगा स्नान करने लेकर लोग पहुंचे. गंगा घाटों पर महिला और पुरुष के साथ ही बच्चे भी काफी संख्या में पहुंचकर गंगा स्नान किया और तिल, अरवा चावल और गुड़ और मुद्रा छूकर गरीबों के बीच दान पुण्य करते नजर आए.
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वहीं, पूजारियों का कहना है कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले से मनुष्य और जानवर के बीच सूतक लग जाता है. गंगा स्नान करने के बाद ही शरीर शुद्ध हो पाता है. गंगा पतित पावनी है, स्नान करना तो दूर की बात शरीर पर जल मात्र छिट लेने से शरीर शुद्ध हो जाता है. इसी के उपलक्ष में आज सूर्य ग्रहण के बाद गंगा स्नान करने को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. लोग दान पूण्य करने के बाद ही भोजन करते हैं. झारखंड के एकमात्र साहिबगंज जिले में गंगा बहती है जिसमें स्नान कर लोग पूजा पाठ कर भगवान सूर्य से सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं.