साहिबगंज: जिले के राजमहल अनुमंडल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव पर सोमवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई. यात्रा में शामिल छात्र-छात्राओं ने 75 मीटर का तिरंगा लेकर शहर का भ्रमण किया और देशभक्ति नारे लगाए. वहीं तिरंगा यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में राजमहल विधायक अनंत ओझा उपस्थित रहे.
ये भी पढ़ें-हर घर तिरंगा अभियान, झारखंड में मनाया जा रहा आजादी का अमृत महोत्सव
राजमहल विधायक ने हर घर तिरंगा फहराने की अपील कीः इस मौके पर राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष भी आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से घर-घर तिरंगा फहराने के लिए कहा था. पिछले वर्ष जैसे हर घर तिरंगा अभियान के लिए पूरा देश एक साथ आया था, वैसे ही हमें इस बार भी फिर से हर घर तिरंगा फहराना है और इस परंपरा को आगे बढ़ाना है. ऐसा करने से हमें कर्तव्यों का बोध तो होगा ही साथ ही देश की आजादी के लिए दिए गए बलिदानों का बोध होगा और आजादी के मूल्य का अहसास होगा. इसलिए हर देशवासी को हर घर तिरंगा अभियान से जरूर जुड़ना चाहिए. उन्होंने ने जिलेवासियों से भी आग्रह किया कि वे अपने घरों पर तिरंगा झंडा फहराकर आजादी का अमृत महोत्सव मनाएं.
भाजपाईयों ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनायाः वहीं साहिबगंज में भारतीय जनता पार्टी द्वारा 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया. इस मौके पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं और समाज के गणमान्य लोगों ने भाग लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला भाजपा अध्यक्ष रामदरश यादव ने की. वहीं मुख्य वक्ता के रूप में राजमहल विधायक अनंत ओझा मौजूद रहे.
देश के बंटवारे में बलि चढ़े लोगों को किया यादः राजमहल विधायक ने कहा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक याद करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया. 14 अगस्त का दिन हमें उन लोगों के संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें बंटवारे और विस्थापन का दंश झेलना पड़ा था. विधायक अनंत ओझा ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. बंटवारे के वक्त हुई हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को जान तक गंवानी पड़ी थी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनाने का निर्णय लिया है.यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी.