रांची: नियोजन नीति को लेकर छात्रों का सोशल मीडिया पर आंदोलन चला रखा है. राज्य के 5 लाख से ज्यादा युवा सरकार से खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू कर झारखंड के मूलवासियों की भावना के अनुरूप नियोजन नीति बनाने की मांग लगातार कर रहे हैं. डिजिटल महाअभियान में 5 लाख से ज्यादा छात्रों के शामिल होने पर खुशी जताते हुए इस आंदोलन के संयोजक सह छात्र नेता देवेंद्र कुमार महतो ने कहा है कि जब तक सरकार युवाओं की मांग पूरी नहीं करती उनका आंदोलन जारी रहेगा. सोशल मीडिया के साथ साथ छात्र सदन से लेकर सड़क तक आवाज बुलंद कराने का काम करते रहेंगे.
2024 में सभी 81 विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे छात्र-इमाम सफी: नियोजन नीति को लेकर आंदोलन कर रहे छात्र संगठन झारखंड यूथ एसोसिएशन ने 2024 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान सरकार को सबक सिखाने की धमकी दी है. उन्होंने राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी खड़ा करने की घोषणा की है. झारखंड यूथ एसोसिएशन के केंद्रीय संयोजक इमाम सफी ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए हेमंत सरकार को आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने की चेतावनी दी है.
ना नियोजन नीति बनाई, ना नियुक्ति परीक्षा ली: छात्र नेता इमाम सफी ने हेमंत सरकार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार एक भी चुनावी वादा पूरा नहीं कर पाई, जिससे सभी वर्ग ठगा हुआ महसूस कर रहा है. जिसमें सबसे अधिक शिक्षित बेरोजगार छात्र परेशान और आक्रोशित हैं. बीते तीन वर्ष में इस सरकार ने न तो नियोजन नीति बनाई और ना ही नियुक्ति के लिए कोई परीक्षा ली.
विधानसभा घेराव करने की रणनीति: छात्र नेता इमाम सफी ने कहा कि इधर कुछ दिनों से वर्तमान सरकार सर्वे का बहाना बनाकर 2016 से पहले वाले 60:40 वाली नियोजन नीति बनाने की कोशिश कर रही है. जिससे छात्र फिर आंदोलित हो गए हैं. बीते 10 मार्च को छात्रों ने डिजिटल आंदोलन कर अपना विरोध जताया है. इतना ही नहीं 15 मार्च को आक्रोशित छात्र विधानसभा का घेराव करने की रणनीति बना रहे हैं.
हेमंत सरकार को सबक सिखाने की चेतावनी: इमाम सफी ने कहा है कि अब 2024 के चुनाव में शिक्षित बेरोजगार सभी 81 विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ेंगे और हेमंत सरकार को सत्ता से बेदखल करेंगे. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि 'करो 2024 की तैयारी, आ रहे हैं खतियान धारी' का नारा बुलंद करें और इस सरकार को सबक सिखाने का काम करें.