रांची: महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर पूरा देश बापू को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है. कोई माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दे रहा है तो कोई बापू के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प ले रहा है. लेकिन राजधानी रांची में युवाओं की एक ऐसी भी टोली है, जो गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाता है और गांधीजी के सपनों को साकार करने की बात बतलाता है.
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राजधानी में पीरामल फाउंडेशन नामक संस्था से जुड़े युवा लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को कचरा निष्पादन एवं स्वच्छता से जुड़े जानकारियां प्रदान करते हैं. संस्था की सदस्य प्रज्ञा प्राची बताती हैं कि उनकी टीम के लोग गांधी फेलो के नाम से जाने जाते हैं और आने वाले दिनों में गांधीजी के सपनों को कैसे साकार किया जाए उस पर काम करते हैं. प्रज्ञा प्राची बताती हैं कि गांधीजी का कहना था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है. हमारा देश स्वतंत्र तो हो चुका है लेकिन स्वच्छता को लेकर आज भी कई सवाल लोगों के बीच है. लोगों के इसी सवाल को सुलझाने के लिए उनकी टीम गांव-गांव पहुंच कर लोगों को जानकारियां देती है कि सॉलिड वेस्ट, लिक्विड वेस्ट और इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट जैसे कचरे का कैसे निष्पादन करें.
गांधी फेलो कहलाने वाले इन युवाओं के प्रयास को सफल बनाने में ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी उनके साथ निभाते हैं. रांची के मालश्रींग पंचायत की मुखिया बसंती मिंज बताती हैं कि आज पूरा देश स्वच्छता को सफल बनाने में जुटा हुआ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्वच्छता को लेकर लोगों से अपील कर रहे हैं. इसलिए गांधी जयंती के मौके पर गांधियन फेलो के नाम से प्रख्यात टीम के द्वारा उन्होंने अपने गांव में स्वच्छता को बरकरार रखने की जानकारियां उपलब्ध कराई. जिससे आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने गांव और आसपास की सफाई को लेकर सजग रह सकें.