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डेंगू पीड़ित युवक की मौत, परिजनों ने नगर निगम को ठहराया दोषी - परिजनों ने नगर निगम को ठहराया दोषी

रांची में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. डेंगू की चपेट में आने से डोरंडा निवासी इजहार गद्दी की मौत बुधवार को इलाज के दौरान हो गई. इधर परिजनों ने इजहार की मौत का जिम्मेवार रांची नगर निगम को ठहराया है.

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Published : Nov 14, 2019, 4:43 AM IST

रांची: शहर में डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर काफी तेजी से फैल रहे हैं. डेंगू की वजह से बुधवार को डोरंडा निवासी 35 वर्षीय इजहार गद्दी की मौत हो गई. पिछले 5 दिनों से इजहार गद्दी अस्पताल में इलाजरत थे, जहां जांच के क्रम में डॉक्टरों ने डेंगू की पुष्टि की थी.

रांची में एक बार फिर से डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर अपना पैर पसारने लगे हैं. जानकारी के अनुसार डोरंडा ग्वाला टोली निवासी मोहम्मद गुलाम के 35 वर्षीय बेटे इजहार गद्दी उर्फ बिट्टू की मौत डेंगू की वजह से हो गई. परिजनों के अनुसार बुखार लगने के बाद 8 नवंबर को शहर के एक निजी अस्पताल में इजहार को भर्ती कराया गया था, जहां जांच के क्रम में डॉक्टरों ने डेंगू होने की पुष्टि की थी. इस दौरान इजहार को बेहतर इलाज के लिए शहर के दूसरे बड़े अस्पताल में भी भर्ती कराया गया, लेकिन स्थिति बेहतर होने के बजाए बिगड़ती चली गई और बुधवार को अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 की पल-पल की खबर

वहीं, परिजनों ने इजहार की मौत का जिम्मेवार रांची नगर निगम और प्रशासन को ठहराया है. पीड़ित परिवार का कहना है कि बरसात के बाद से ही पूरे क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है, लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम और स्थानीय प्रशासन साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया. नगर निगम की ओर से फागिंग कराने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है, जिससे डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. बता दें कि डोरंडा, हिंदपीढ़ी, निवारनपुर जैसे कई मोहल्लों में डेंगू और चिकनगुनिया से कई लोग प्रभावित हो चुके हैं, जिनका इलाज रिम्स और शहर के निजी अस्पतालों में चल रहा है.

रांची: शहर में डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर काफी तेजी से फैल रहे हैं. डेंगू की वजह से बुधवार को डोरंडा निवासी 35 वर्षीय इजहार गद्दी की मौत हो गई. पिछले 5 दिनों से इजहार गद्दी अस्पताल में इलाजरत थे, जहां जांच के क्रम में डॉक्टरों ने डेंगू की पुष्टि की थी.

रांची में एक बार फिर से डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर अपना पैर पसारने लगे हैं. जानकारी के अनुसार डोरंडा ग्वाला टोली निवासी मोहम्मद गुलाम के 35 वर्षीय बेटे इजहार गद्दी उर्फ बिट्टू की मौत डेंगू की वजह से हो गई. परिजनों के अनुसार बुखार लगने के बाद 8 नवंबर को शहर के एक निजी अस्पताल में इजहार को भर्ती कराया गया था, जहां जांच के क्रम में डॉक्टरों ने डेंगू होने की पुष्टि की थी. इस दौरान इजहार को बेहतर इलाज के लिए शहर के दूसरे बड़े अस्पताल में भी भर्ती कराया गया, लेकिन स्थिति बेहतर होने के बजाए बिगड़ती चली गई और बुधवार को अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई.

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वहीं, परिजनों ने इजहार की मौत का जिम्मेवार रांची नगर निगम और प्रशासन को ठहराया है. पीड़ित परिवार का कहना है कि बरसात के बाद से ही पूरे क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है, लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम और स्थानीय प्रशासन साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया. नगर निगम की ओर से फागिंग कराने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है, जिससे डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. बता दें कि डोरंडा, हिंदपीढ़ी, निवारनपुर जैसे कई मोहल्लों में डेंगू और चिकनगुनिया से कई लोग प्रभावित हो चुके हैं, जिनका इलाज रिम्स और शहर के निजी अस्पतालों में चल रहा है.

Intro:नोट-इस ख़बर में सिर्फ एक फोटो है, कृपया कर देख लें।

राजधानी के इरबा स्थित मेदांता अस्पताल में इलाजरत इजहार गद्दी की डेंगू बुखार की वजह से मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि राजधानी रांची के डोरंडा निवासी मोहम्मद गुलाम के 35 वर्ष पुत्र इजहार गद्दी उर्फ बिट्टू की मौत डेंगू की वजह से हो गई है।




Body:मृतक के परिजनों के अनुसार इजहार गद्दी को 8 नवंबर को अचानक बुखार आने के बाद राजधानी के अंजुमन अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि मरीज को डेंगू बुखार है।

मरीज के परिजन ने अंजुमन अस्पताल से रिम्स लेकर पहुंच गए रिम्स में जब मरीज की स्थिति में 24 घंटे के बाद भी सुधार नहीं आया तो परिजनों ने 9 नवंबर की सुबह मरीज़ इजहार गद्दी को मेदांता में भर्ती कराया लेकिन वहां भी उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई और 5 दिनों तक लगातार जिंदगी और मौत की जंग लड़ते हुए 13 नवंबर को इजहार गद्दी ने अंतिम सांस ली।


Conclusion:वहीं इजहार के मौत के लिए परिजनों ने रांची नगर निगम और प्रशासन को दोषी ठहराया है।पिड़ित परिवार का कहना है कि बरसात के बाद से ही पूरे क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम और स्थानीय प्रशासन साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं देती जिस वजह से डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। राजधानी के डोरंडा, हिंदपीढ़ी निवारनपुर जैसे मोहल्ले में डेंगू और चिकनगुनिया से कई लोग प्रभावित हो चुके हैं, जिनका इलाज रिम्स और कई निजी अस्पतालों में चल रहा है।
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