रांचीः झारखंड विधानसभा की तर्ज पर ऑड्रे हाउस में मिशन ब्लू फाउंडेशन संस्थान की ओर से युवा सदन का आयोजन किया गया. इस सदन में राज्य के 81 विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को शामिल किया गया, जिन्हें राजनीति और सदन की कार्यवाही का गुर सिखाए जा रहे हैं. सदन के तीसरे दिन रांची के विधायक सीपी सिंह को अध्यक्ष मनोनीत किया गया.
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झारखंड युवा सदन के तीसरे दिन सदन के पटल पर विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. विपक्ष ने सरकार को मानव तस्करी और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर घेरा. विपक्ष से भवनाथपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे मयंक सिंह ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह बिल गणित के प्रश्न जैसा है, जिसमें उन्हें शून्य अंक प्राप्त हुआ हैं. गोड्डा का प्रतिनिधित्व कर रहीं स्वाति राज ने आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए कहा कि मानव तस्करी के मामले में हमारा राज्य तीसरे नंबर पर है. सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाल श्रम के मुद्दें पर कोई बात नहीं होती हैं. आदिवासी और पहाड़ी बहनों के उत्थान पर विमर्श करना होगा. सत्ता पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे सदस्यों ने ने गरीबी और जेंडर इक्वालिटी पर बात करनी चाहिए. लेकिन, विपक्ष मुद्दाविहीन राजनीति कर रही है. अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान सत्ता पक्ष के दो विधायक विपक्ष से हाथ मिला लिया. इससे अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ, तो समर्थन में 35 मत और विरोध में 41 मत प्राप्त हुए.
युवा सदन अध्यक्ष सीपी सिंह ने प्रस्ताव को 6 मत से खारिज कर दिया. युवा सदन को संबोधित करते हुए सदन अध्यक्ष सीपी सिंह ने कहा कि वास्तव में यह विधानसभा नहीं है. लेकिन विधानसभा से कम नजर नहीं आया. युवाओं ने अपनी बातों को इस प्रकार रखा जैसे कई बार वास्तविक विधायक भी नहीं रख पाते है.