रांची: नौकरी के नाम पर अक्सर ठगी की वारदात सामने आती रहती है. इस बार तो रांची में एक युवक से ठगों ने सीबीआई अफसर बन कर 27 लाख रुपये ठग लिए. मामले को लेकर पीड़ित राजन कुमार मंडल ने रांची के टाटीसिलवे थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है.
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क्या है पूरा मामला: रांची के टाटीसिलवे थाना क्षेत्र के रहने वाले राजन से सीआईएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर बोकारो के युवकों ने ठगी कर ली. राजन से 27 लाख रुपये की ठगी की गई है. ठगों ने अपने आप को सीबीआई का अफसर बताकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. मामले को लेकर राजन ने बिहार के भागलपुर के सुल्तानगंज के रहने वाले कुमार सुमन और बोकारो स्टील सिटी के आनंदी प्रसाद बैठा और रांची के दीपक कुमार के खिलाफ टाटीसिलवे थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
पिता और पुत्र ने मिलकर की ठगी: पीड़ित राजन कुमार मंडल ने अपने आवेदन में बताया है कि बिहार के भागलपुर के रहने वाले आरोपी कुमार सुमन उर्फ राहुल उनके गांव का ही है. इसी बीच एक दिन सुमन ने बोकारो के रहने वाले दीपक से यह कह कर मुलाकात करवाई की दीपक सीबीआई में बड़ा अफसर है. इसी बीच दीपक ने राजन को बताया कि उसकी सीआईएसएफ में बहुत पकड़ है. दीपक की बातें सुन राजन को लगा कि दीपक के माध्यम से उसे सीआईएसएफ में नौकरी मिल सकती है.
पैसे मिलते ही आ जाएगा ज्वाइनिंग लेटर: इस बीच दीपक ने खुद को सीबीआई का अफसर बताया और सीआईएसएफ में नौकरी लगाने का उसे झांसा दिया. दीपक ने कहा कि नौकरी लगाने के एवज में उसे 12 लाख रुपये की रिश्वत लगेगी. आरोपी सुमन के कहने पर फोन पे के माध्यम से आरोपी दीपक को 15 दिसंबर 2010 से मार्च 2021 के बीच 12 लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया. राशि देने के बाद वह आरोपी दीपक के पिता आनंदी बैठा से बोकारो में मिला तो उन्होंने कहा कि उनका पुत्र जल्द ही नौकरी लगवा देगा. इसी बीच आरोपी ने राजन को कहा कि नौकरी के लिए कुल 27 लाख रुपये लगेंगे, पैसे मिलते ही ज्वाइनिंग लेटर आ जाएगा.
कई राज्यों का लगवाया चक्कर: पीड़ित राजन ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने नौकरी दिलाने के लिए उन्हें कई राज्यों का चक्कर भी लगवाया. आरोपियों ने देवघर, दुर्गापुर, दिल्ली कैंट, रांची, बोकारो, जोधपुर, बिहार के बाढ़, दानापुर और धनबाद बुलाया. सभी जगहों पर वे गए भी, मगर आरोपियों ने उनकी नौकरी नहीं लगवाई. वहीं दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. इस बीच पुलिस की टीम जब आरोपियों को दबोचने बोकारो गई तो सभी आरोपी फरार मिले. पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने पीड़ित को फर्जी पता बताकर ठगी की घटना को अंजाम दिया है. पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए टेक्निकल सेल की मदद ली जा रही है.