रांचीः बड़कागांव कांड से जुड़े मामले को लेकर सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई. पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी इस मामले में आरोपी हैं. मामले की सुनवाई अपर न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हुई. मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से दो पुलिसकर्मियों की गवाही हुई.
भावुक नजर आई अंबा प्रसाद
सुनवाई के दौरान पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव, निर्मला देवी कोर्ट में सशरीर उपस्थित रहे. इस दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद भी मौजूद रही. अंबा ने चुनाव जीतने के बाद पहली बार अपने माता-पिता से मुलाकात की. इस दौरान वह काफी भावुक नजर आई. कोर्ट परिसर में भी योगेंद्र साव और कांग्रेस समर्थकों का जमावड़ा रहा.
यह भी पढ़ें- दिल्ली में PM मोदी से 11 जनवरी को मिलेंगे CM हेमंत सोरेन
रघुवर ने किया परेशान
बड़कागांव एनटीपीसी घेराव मामले में पेशी के लिए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को कोर्ट लाया गया. हालांकि कोर्ट की दहलीज किसी आरोपी को थोड़ा डराती जरूर है, लेकिन आज जेल में बंद योगेंद्र साव को कोर्ट जाने को लेकर बेताबी जरूर होगी. क्योंकि आज उनकी विधायक बेटी से मिलने का वक्त था. वहीं कोर्ट में पहुंचने के दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद को जब उनके पिता ने देखा तो मानो उनका सीना गर्व से फूल गया. अंबा के विधायक बनने के बाद उनके माता-पिता से पहली मुलाकात थी, जिसके कारण विधायक अंबा प्रसाद भी भावुक नजर आ रही थी. विधायक अंबा ने कहा कि उनके परिवार पर जितने भी केस किए गए हैं, वह रघुवर सरकार के समय ही किया गया था और उनकी ओर से पूरे परिवार को परेशान किया गया, लेकिन अब हम लोग पूरे मजबूत हैं.
पेशी के बाद फिर भेजे गए जेल
पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर किया था. जिसके बाद से ही पुलिस की हिरासत में वह जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट की शर्तों के उल्लंघन के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव की जमानत को खारिज कर दिया गया. हजारीबाग कोर्ट में चल रहे तमाम मामलों का हस्तांतरण रांची सिविल कोर्ट में कर दिया गया है. सुनवाई के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को होटवार स्थित बिरसा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया.