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कोर्ट कैंपस में MLA बिटिया से मिले योगेंद्र साव, बड़कागांव कांड से जुड़े मामले में रांची सिविल कोर्ट में हुई सुनवाई

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Published : Jan 9, 2020, 8:10 PM IST

हजारीबाग के बड़कागांव कांड से जुड़े पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी के मामले पर रांची सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई अपर न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हुई. इस दौरान अदालत में नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद भी मौजूद रहीं. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने पहली बार अपने माता-पिता से मुलाकात की.

बड़कागांव कांड से जुड़े मामले पर रांची सिविल कोर्ट में हुई सुनवाई, कोर्ट परिसर में नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद अपने माता-पिता से मिली
योगेंद्र साव और अंबा प्रसाद

रांचीः बड़कागांव कांड से जुड़े मामले को लेकर सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई. पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी इस मामले में आरोपी हैं. मामले की सुनवाई अपर न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हुई. मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से दो पुलिसकर्मियों की गवाही हुई.

देखें पूरी खबर

भावुक नजर आई अंबा प्रसाद

सुनवाई के दौरान पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव, निर्मला देवी कोर्ट में सशरीर उपस्थित रहे. इस दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद भी मौजूद रही. अंबा ने चुनाव जीतने के बाद पहली बार अपने माता-पिता से मुलाकात की. इस दौरान वह काफी भावुक नजर आई. कोर्ट परिसर में भी योगेंद्र साव और कांग्रेस समर्थकों का जमावड़ा रहा.

यह भी पढ़ें- दिल्ली में PM मोदी से 11 जनवरी को मिलेंगे CM हेमंत सोरेन

रघुवर ने किया परेशान

बड़कागांव एनटीपीसी घेराव मामले में पेशी के लिए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को कोर्ट लाया गया. हालांकि कोर्ट की दहलीज किसी आरोपी को थोड़ा डराती जरूर है, लेकिन आज जेल में बंद योगेंद्र साव को कोर्ट जाने को लेकर बेताबी जरूर होगी. क्योंकि आज उनकी विधायक बेटी से मिलने का वक्त था. वहीं कोर्ट में पहुंचने के दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद को जब उनके पिता ने देखा तो मानो उनका सीना गर्व से फूल गया. अंबा के विधायक बनने के बाद उनके माता-पिता से पहली मुलाकात थी, जिसके कारण विधायक अंबा प्रसाद भी भावुक नजर आ रही थी. विधायक अंबा ने कहा कि उनके परिवार पर जितने भी केस किए गए हैं, वह रघुवर सरकार के समय ही किया गया था और उनकी ओर से पूरे परिवार को परेशान किया गया, लेकिन अब हम लोग पूरे मजबूत हैं.

पेशी के बाद फिर भेजे गए जेल

पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर किया था. जिसके बाद से ही पुलिस की हिरासत में वह जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट की शर्तों के उल्लंघन के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव की जमानत को खारिज कर दिया गया. हजारीबाग कोर्ट में चल रहे तमाम मामलों का हस्तांतरण रांची सिविल कोर्ट में कर दिया गया है. सुनवाई के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को होटवार स्थित बिरसा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया.

रांचीः बड़कागांव कांड से जुड़े मामले को लेकर सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई. पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी इस मामले में आरोपी हैं. मामले की सुनवाई अपर न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हुई. मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से दो पुलिसकर्मियों की गवाही हुई.

देखें पूरी खबर

भावुक नजर आई अंबा प्रसाद

सुनवाई के दौरान पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव, निर्मला देवी कोर्ट में सशरीर उपस्थित रहे. इस दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद भी मौजूद रही. अंबा ने चुनाव जीतने के बाद पहली बार अपने माता-पिता से मुलाकात की. इस दौरान वह काफी भावुक नजर आई. कोर्ट परिसर में भी योगेंद्र साव और कांग्रेस समर्थकों का जमावड़ा रहा.

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रघुवर ने किया परेशान

बड़कागांव एनटीपीसी घेराव मामले में पेशी के लिए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को कोर्ट लाया गया. हालांकि कोर्ट की दहलीज किसी आरोपी को थोड़ा डराती जरूर है, लेकिन आज जेल में बंद योगेंद्र साव को कोर्ट जाने को लेकर बेताबी जरूर होगी. क्योंकि आज उनकी विधायक बेटी से मिलने का वक्त था. वहीं कोर्ट में पहुंचने के दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद को जब उनके पिता ने देखा तो मानो उनका सीना गर्व से फूल गया. अंबा के विधायक बनने के बाद उनके माता-पिता से पहली मुलाकात थी, जिसके कारण विधायक अंबा प्रसाद भी भावुक नजर आ रही थी. विधायक अंबा ने कहा कि उनके परिवार पर जितने भी केस किए गए हैं, वह रघुवर सरकार के समय ही किया गया था और उनकी ओर से पूरे परिवार को परेशान किया गया, लेकिन अब हम लोग पूरे मजबूत हैं.

पेशी के बाद फिर भेजे गए जेल

पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर किया था. जिसके बाद से ही पुलिस की हिरासत में वह जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट की शर्तों के उल्लंघन के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव की जमानत को खारिज कर दिया गया. हजारीबाग कोर्ट में चल रहे तमाम मामलों का हस्तांतरण रांची सिविल कोर्ट में कर दिया गया है. सुनवाई के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को होटवार स्थित बिरसा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया.

Intro:बड़कागांव कांड से जुड़े मामले पर रांची सिविल कोर्ट में हुई सुनवाई, कोर्ट परिसर में नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद अपने माता-पिता से मिली

रांची
बाइट---अम्बा प्रसाद नवनिर्वाचित विधायक बड़कागांव विधानसभा



हजारीबाग बड़कागांव कांड से जुड़े पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साहू और पत्नी निर्मला देवी के मामले पर रांची सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई मामले की सुनवाई अपर न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हुई। मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से दो पुलिसकर्मियों की गवाही हुई सुनवाई के दौरान अदालत में पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र विधायक पत्नी निर्मला कोर्ट में सशरीर उपस्थित रहे।इस दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद मौजूद रही। अंबा प्रसाद जीतने के बाद पहली बार अपने माता-पिता से मुलाकात की इस दौरान अंबा प्रसाद काफी भावुक नजर आई। कोर्ट परिसर में भी योगेंद्र साहू और कांग्रेस समर्थकों का जमावड़ा रहा


बड़कागांव एनटीपीसी घेराव मामले में पेशी के लिए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को कोर्ट लाया गया हालांकि कोर्ट के दहलीज किसी आरोपी को थोड़ा डराती जरूर है लेकिन आज जेल में बंद योगेंद्र साव को कोर्ट जाने को लेकर बेताबी जरूर होगी। क्योंकि आज उनकी विधायक विद्या से मिलने का वक्त था वही कोर्ट में पहुंचने के दौरान नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद को जब उनके पिता ने देखा तो मानो उसके सीना गर्व से फूल गया होगा अंबा के विधायक बनने के बाद या उनके माता-पिता से पहली मुलाकात थी जिसके कारण विधायक अंबा प्रसाद भी भावुक नजर आ रही थी विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि उनके परिवार पर जितने भी केस किए गए हैं वह रघुवर सरकार के समय भी किया गया था और उनके ही द्वारा पूरे परिवार को परेशान किया गया लेकिन अब हम लोग पूरे मजबूत है





Body:पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर किया था जिसके बाद से ही पुलिस के हिरासत में वह जेल में है सुप्रीम कोर्ट के शर्तों का उल्लंघन के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव की की जमानत को खारिज कर दिया गया। और वही हजारीबाग कोर्ट में चल रहे हैं तमाम मामलों का हस्तांतरण रांची सिविल कोर्ट में कर दिया गया है। सुनवाई के बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को होटवार स्थित बिरसा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया।



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