रांचीः झारखंड बीजेपी के लिए साल 2023 बेहद ही उथल पुथल भरा रहा. सांगठनिक स्तर पर पार्टी में कई फेरबदल हुए. प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बाबूलाल मरांडी को केंद्रीय नेतृत्व का आशीर्वाद मिला. वहीं रांची मेयर आशा लकड़ा को कई राज्यों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलती रही.
चर्चाओं के बीच विधायक जेपी पटेल विधायक दल के नेता के बजाय विधानसभा में पार्टी के उप मुख्य सचेतक बने. वहीं विधायक अमर कुमार बाउरी विधायक दल के नेता बनने में सफल हुए. पार्टी विधायक दल के नेता बनने के बाद अमर कुमार बाउरी नेता प्रतिपक्ष के रूप में मनोनीत हुए. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का राजनीतिक कद 2023 में और बढ़ा. उन्हें जनजातीय कार्य मंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है.
इसके अलावा पिछले दिनों मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा झारखंड के दो नेताओं को मुख्यमंत्री चयन के लिए बड़ी जिम्मेदारी दी गई. पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय जनजातीय मामलों के साथ-साथ कृषि मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे अर्जुन मुंडा को छत्तीसगढ़ में पार्टी विधायक दल के नेता चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया. वहीं रांची मेयर आशा लकड़ा को मध्य प्रदेश में सह पर्यवेक्षक के रूप में पार्टी ने नियुक्त किया.
प्रदेश कार्यसमिति बनने का इंतजार करते रहे पार्टी नेताः दीपक प्रकाश के स्थान पर 4 जुलाई को झारखंड बीजेपी की कमान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के हाथों में सौंपा गयी. बाबूलाल मरांडी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में उनके समर्थकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई. बाबूलाल की टीम में शामिल होने के लिए पुराने बीजेपी कार्यकर्ता से लेकर झारखंड विकास मोर्चा से बीजेपी में आने वाले पार्टी नेता और कार्यकर्ता मशक्कत करने लगे.
इन सबके बीच बाबूलाल मरांडी ने राज्य के विभिन्न जिलों में संकल्प यात्रा के जरिए वर्तमान हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कार्यकर्ताओं को आह्वान करते रहे. ऐसे में समय दर समय बीतता चला गया और पार्टी के नेता कार्यकर्ता पिछले 6 महीने से प्रदेश कार्यसमिति के गठन की प्रतीक्षा करते रहे. इन सबके बीच पार्टी एक ओर जहां मिशन 2024 को लेकर तैयारी में जुटी रही. वहीं दूसरी ओर हेमंत सरकार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक में आंदोलन करती रही. इस दौरान बीजेपी के कई विधायक सदन में निलंबित होते रहे. इन बदलाव के बीच संगठन के अंदर कुछ नेता सक्रिय रहे तो कुछ निष्क्रिय भी दिखे.
पीएम नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे ने बनाया माहौलः साल 2023 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का झारखंड दौरा हुआ. 15 नवंबर झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय झारखंड दौरा कई मायनों में अहम रहा. रांची में रात्रि विश्राम के बाद खूंटी स्थित बिरसा मुंडा की जन्मस्थली का दौरा कर प्रधानमंत्री ने झारखंड सहित देशवासियों को करोड़ों रुपए की योजनाओं का सौगात दी. प्रधानमंत्री के इस दौरा ने झारखंड में भारतीय जनता पार्टी को एक नई ऊर्जा देने का काम किया. पीएम मोदी के अलावा साल 2023 में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के कई केंद्रीय नेताओं का दौरा होता रहा. जाहिर तौर पर इन नेताओं के दौरे से ना केवल संगठन के अंदर नयी ऊर्जा का संचार हुआ बल्कि कार्यक्रम के जरिए पार्टी जनता के बीच अपनी सक्रियता बनाने में सफल रही है.
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