रांची: झारखंड में पिछले साल की तुलना में मतदाताओं की संख्या में 5,40,360 की वृद्धि हुई है (Women voters increased in Jharkhand). जिसमें पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. आयोग के आंकड़ों के अनुसार इस साल 3 लाख 2 हजार 406 महिला मतदाता बनीं, जबकि 2 लाख 37 हजार 872 पुरुष मतदाता जुड़े. इस तरह से राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 45 लाख 29 हजार 841 हो गयी है.
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वोटर लिस्ट से हटाए जाएंगे करीब चार लाख मतदाताओं के नाम: एक से अधिक स्थानों में वोटर लिस्ट में शामिल झारखंड के करीब चार लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटेंगे. चुनाव आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण के दौरान ऐसे 9 लाख 66 हजार मतदाताओं के एक समान फोटो दो-दो जगहों में बने मतदाता पहचान पत्र में पाया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने 5 जनवरी को नई वोटर लिस्ट जारी करते हुए कहा कि ऐसे मतदाताओं के नाम को वोटर लिस्ट से हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है, उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के प्रावधान के अनुसार कोई भी मतदाता किसी एक जगह से मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करा सकता है, लेकिन पुनरीक्षण के दौरान यह पाया गया की दो-दो स्थानों से इन मतदाताओं के फोटो मैच कर रहे थे. इसके अलावा अनुपस्थित या स्थानांतरित और मृत मतदाताओं को चिन्हित कर आयोग ने मतदाता सूची को शुद्ध एवं सटीक बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए 2 लाख 74 हजार 751 मतदाताओं को चिन्हित करते हुए वोटर लिस्ट से हटा दिया है. आयोग का मानना है कि इस कार्रवाई से ना केवल मतदाता सूची को शुद्ध करने में मदद मिलती है. साथ ही वास्तविक मतदाता के आंकड़ों को सही करने में भी मदद मिलती है.
झारखंड में बढ़े 5,40,360 मतदाता: चुनाव आयोग के द्वारा जारी नई वोटर लिस्ट (New voter list issued by Election Commission) के अनुसार राज्य में पिछले वर्ष की तुलना में मतदाताओं की संख्या में 5,40,360 वृद्धि हुई है. जिसके बाद कुल झारखंड में कुल मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 45 लाख 29 हजार 841 हो गयी है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 26 लाख 8 हजार 293 और महिला मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 19 लाख 21 हजार 181 है. झारखंड में थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 368, जबकि 18-19 आयु वर्ग के कुल मतदाताओं की संख्या 4 लाख 33 हजार 774 है. पुनरीक्षण अवधि में इस आयु वर्ग के मतदाताओं में 156% की वृद्धि हुई है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि आयोग के इस पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद लिंगानुपात बढ़कर 946 हो गया है, जो कि पिछले दशक में अधिकतम हैं. राज्य का जनसंख्या लिंगानुपात 947 है. इस प्रकार जनसंख्या के लिंगानुपात से मतदाता सूची का लिंगानुपात मात्र एक कदम पीछे है, जिसे आने वाले समय में पूरा कर लिया जाएगा.