रांची: शहरी क्षेत्र में बन रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने अनूठी पहल करते हुए “खुशियों का आशियाना” नामक लघु फिल्म प्रतियोगिता 2022 का आयोजन किया था. जिसमें PMAY(U) के निर्माण के बाद इसके लाभुकों के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ उनकी जीवन शैली एवं आत्मविश्वास में बदलाव को लेकर एवं संबन्धित विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया था.
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा इसकी घोषणा 25 जून 2022 की सातवीं वर्षगांठ के अवसर पर की गई, जिसका परिणाम 26 जून 2022 को घोषित कर दिया गया है. राष्ट्रीय स्तर पर घोषित कुल 34 पुरस्कारों में से झारखंड के 7 प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट फिल्म निर्माण हेतु द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया है. जिन प्रतिभागियों ने पुरस्कार पाने में सफल हुए हैं उनमें ये शामिल हैं.
द्वितीय पुरस्कार
- लक्ष्मण गोप, सिमडेगा
- कुमार संसार, रामगढ़
- नमो विजन, रामगढ़
तृतीय पुरस्कार
- आशीष कुमार तिवारी, मानगो
- आयुष गुप्ता, चक्रधरपुर
- सामेल कोंगाड़ी, सिमडेगा
- रुद्रा एंटरटेनमेंट, रामगढ़
इस प्रतियोगिता के विजेता को प्रथम पुरस्कार के रूप में 25,000/- रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 20,000/- रुपये एवं तृतीय पुरस्कार के रुप में 12,500/- रुपये प्रदान किए जाएंगे.
इस तरह हुआ है चयन: इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए छात्र, युवा, सिविल सोसाइटी के सदस्य, गैर सरकारी संस्थान के कर्मचारी, कोई भी संस्था, जो नगर निगम से जुड़ा हुआ नहीं हो. 18 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति और व्यावसायिक फोटोग्राफर भाग ले सकते थे. इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए PMAY(U) के वेबसाइट या PMAY(U) मोबाइल ऐप पर पंजीकरण किया जाना था. इस शॉर्ट फिल्म में यह दिखाना था कि इस योजना ने किस तरह से लोगों का जीवन प्रभावित किया है और इससे कितने लोगों का जीवन बेहतर हुआ है. इस प्रतियोगिता को चुनौती और कंपटीशन मोड में लागू किया गया था.
यह पहल भारत सरकार के 75 वर्षों के प्रगतिशील भारत और लोगों की संस्कृति और उपलब्धि के गौरवशाली इतिहास को मानने के लिए जारी कार्यक्रम “आजादी का अमृत महोत्सव” के हिस्से के रूप में प्रस्तावित अन्य कार्यक्रमों में से एक है. इसके लिए एक एसओपी पहले ही जारी की जा चुकी थी.राज्य व देश स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता को “खुशियों का आशियाना” नाम दिया गया है. इस फिल्म की अवधि सिर्फ 3 मिनट निर्धारित थी.